‘‘स्टेचू आफ यूनिटी’’ के लेाकार्पण का न्यौता लेकर लखनऊ आये गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी जी ‘यूनिटी’ का मतलब तो समझ लेते। उत्तर भारत के प्रवासी गुजरात में बदसलूकी झेलते रहे और श्री रूपाणी मुंह देखते रहे। उन्हें यह जानना चाहिए कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देश जोड़ा था। प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद ने श्री विजय रूपाणी द्वारा कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर लगाये गये आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरदार पटेल के छद्म अनुयाइयों को कांग्रेस पार्टी सबक सिखाने का काम करती रहेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजबब्बर जी सांसद ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा अपनी अक्षमता और नाकामी को छुपाने के लिए लखनऊ प्रवास के दौरान विपक्षी दलों विशेषकर कंाग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं पर जो आरोप लगाये गये हैं वह पूरी तरह मिथ्या, तथ्य से परे और भ्रामक है क्योंकि गुजरात में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने क्षेत्रवाद के नाम पर उत्तर भारतीयों विशेषकर उ0प्र0, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों के विरूद्ध जहर घोलकर 45हजार से अधिक कामगारों, जो वर्षों-वर्षों से गुजरात की समृद्धि, प्रगति और विकास में अपना योगदान देते रहे है उन्हें शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करके साजिशन निष्कासित करने में बराबर सहयोग किया है। सरकार और पुलिस अधिकारियों द्वारा इस घटना को रोकने का प्रयास नहीं किया गया बल्कि मूकदर्शक देखते रहे। इतनी बड़ी अमानवीय और असंवैधानिक घटना के दोषी गुजरात के मुख्यमंत्री का लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ एवं पूरी सरकार द्वारा ‘रेड कारपेट स्वागत’ किया गया है उससे भारतीय जनता पार्टी की मानसिकता उजागर हुई है।
लखनऊ में गुजरात के मुख्यमंत्री का स्वागत उ0प्र0, बिहार एवं मध्य प्रदेश के उन हजारों विस्थापित किए गये नागरिकों एवं परिवारेां के जख्म पर नमक छिड़कने के समान है और उनका घोर अपमान है। ऐसे में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी द्वारा उत्तर प्रदेश की राजधानी में अपने कुकृत्यांे और अक्षमता को छिपाने के लिए जो उलूल-जुलूल बयान दिया गया है कांग्रेस पार्टी इसकी घोर निन्दा करती है।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि प्रदेश के वाराणसी से सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस घटना पर मौन रहने व प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ द्वारा राजधानी में गुजरात के मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए प्रदेशवासियों से माफी मांगनी चाहिए।