महान समाजवादी चिंतक डॉ० राम मनोहर लोहिया की 51 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर लोहिया ट्रस्ट परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव ने डा0 लोहिया के संस्मरणों को सुनाते हुए कहा कि नौजवानों को डॉ० राम मनोहर लोहिया को पढ़कर राजनीति करनी चाहिए। लोहिया आजीवन फक्कड़ रहे। उनके जीवन दर्शन से हर प्रकार के अन्याय के विरोध की सीख मिलती है। डॉ० लोहिया की कृति न केवल उत्तर प्रदेश व भारत अपितु विदेशों में भी है। महात्मा गांधी के बाद इस देश के राजनीतिक दर्शन को लोहिया ने सबसे अधिक प्रभावित किया। लोहिया ने राजनीति से आम नागरिकों को जोड़ा और राजनीति में ऊँचे पदों पर स्थापित किया। समाजवादी विचारधारा से ही दुनिया के सारे दुःख दर्द व आर्थिक विषमता दूर हो सकती है।
सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संयोजक शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि डॉ० लोहिया के विचारों के आधार पर ही नेता जी के आशीर्वाद से और उनसे ही पूछकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन किया है।
डॉ० लोहिया ने आजादी की लड़ाई में बढचढ़ कर हिस्सा लिया था और वे 42 की क्रांति के नायक थे। समाजवादी सेक्युलर मोर्चा लोहिया के सिद्धांतों के आधार पर साम्प्रदायिक ताकतों से मोर्चा लेने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री कमाल यूसुफ मलिक, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, पूर्व राज्यसभा सदस्य वीरपाल यादव, विधान परिषद सदस्य शतरुद्ध प्रकाश, सेक्युलर मोर्चा के मुख्य प्रवक्ता सीपी राय आदि ने अपने विचार रखे।
संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजवादी नेता व लोहिया के शिष्य भगवती सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन समाजवादी चिंतक व मोर्चा के प्रवक्ता दीपक मिश्र ने किया।
इस अवसर पर नेताजी व शिवपाल यादव ने मिश्र द्वारा संपादित व संकलित डॉ० राम मनोहर लोहिया के 51 भाषणों की सीडी को भी जारी किया। पूरा परिसर डॉ० लोहिया अमर रहें और मुलायम-शिवपाल जिंदाबाद के नारों से गूंजता रहा।
एक और घटनाक्रम में बरेली के कद्दावर नेता व राज्यसभा सदस्य रहे वीरपाल यादव ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर अपने हजारों समर्थकों के साथ सेक्युलर मोर्चा का दामन थामा। शिवपाल यादव ने वीरपाल यादव को मोर्चा का झंडा देकर सेक्युलर मोर्चा से जोडा़।