आज अनशनरत स्वामी सानंद की मृत्यु के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी ने गंगा सफाई से जुड़े तीन अभियन्ताओं का निलंबन कर जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है जबकि सरकार को इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मुकेश सिंह चैहान ने आज जारी बयान में कहा कि हकीकत में राम मंदिर से लेकर गंगा सफाई तक पर भाजपा ने जनता को गुमराह करने और झूठ बोलने के सिवाय कुछ नहीं किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि गंगा सफाई के नाम और नारे पर सत्ता में आयी भाजपा सरकार साढ़े चार साल तक कुछ न पाने के लिए अब अधिकारियों पर कार्रवाई कर अपने पाप धोना चाहती है। गंगा सफाई अभियान के लिए आंदोलनरत वयोवृद्ध आईआईटी के प्रोफेसर स्वामी सानंद की गंगा सफाई में हो रहे भ्रष्टाचार और लापरवाही के चलते हत्या हुई है जिसका दाग योगी सरकार और मोदी सरकार पर है।
श्री चैहान ने कहा कि एक तरफ जहां प्रधानमंत्री ने मां गंगा को भी अपनी वोट की राजनीति में घसीटते हुए ‘मां गंगा ने बुलाया है’ जैसे छद्म नारे देकर देश की भावनाओं से खेलने का काम किया है, इन्हें गंगा मैया अवश्य दण्ड देंगी। इतना ही नहीं इसके काफी पहले केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने भी हा था कि 2019 तक यदि गंगा सफाई नहीं हेा जाती तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगी अथवा अपनी जल समाधि ले लेंगी। ऐसे में सानंद स्वामी की मौत ने एक बार फिर देश की अवाम को गंगा सफाई में हो रहे भ्रष्टाचार की ओर ध्यान आकृष्ट करा दिया है।