लखनऊ 04 अक्टूबर 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामले भाजपा सरकार में एक-एक करके सामने आ रहे हैं। इन पार्टियों की सरकारों में शुरू हुई हर योजना जनता के पैसे की लूट की दास्तान हैं। पिछले दस वर्षों से रोडवेज की बसों टिकटों का फर्जीवाड़ा चल रहा था। सपा और बसपा सरकारों के दौरान इसकी शिकायत भी हुई भ्रष्टाचार की पोषक इन दोनों सरकारों ने इसे रोकने की बजाय गड़बड़ियों को और बढ़ावा दिया।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही सभी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने की कार्रवाई शुरू हुई। टिकट घोटाले में शामिल परिवहन विभाग के 11 अफसरों को निलंबित और 54 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है, ऐसी सख्त कार्रवाई की मिसाल इस विभाग में दूसरी नहीं है। इससे यह साबित होता है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार भ्रष्टाचार पर ‘‘जीरो टॉलरेंस’’ के रवैये के साथ आगे बढ़ रही है। सपा और बसपा सरकारों में कोआपरेटिव बैंकों को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में नियम कानून को ताक पर रखकर जिस तरह से 53 सहायक प्रबंधकों की भर्तियां की गई, वह श्री अखिलेश यादव की पूर्ववर्ती सरकार के भ्रष्टाचार की झलक पेश करती है। जिस तरह से पूर्ववर्ती सपा और बसपा सरकार में फैले भ्रष्टाचार की कलई लगातार खुल रही है उससे इन दोनों पार्टियों के नेता खौफ में हैं। जनता के धन की खुली लूट करने वाले इन पाटियों के नेताओं को जनता के गुस्से का भय सताने लगा है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि यही वजह है कि कभी एक दूसरे की धुर विरोधी रहीं सपा और बसपा भ्रष्टाचार पर एक दूसरे को बचाने के लिए साथ यूपी में चुनावी गठबंधन की खिचड़ी पका रही हैं। प्रदेश की सम्मानित जनता के सामने इन दोनों पार्टियों की काली करतूतें जाहिर हो गई हैं। सपा और बसपा के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार से बेहद नाराज प्रदेश की जनता इन दोनों पार्टियों को एक बार फिर अगले लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने को तैयार बैठी है।