लखनऊ 01 अक्टूबर 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने आज स्वर्गीय विवेक तिवारी की पत्नी आदरणीय कल्पना तिवारी जी के घर जाकर शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात करके अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। तथा उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार और पार्टी इस दुख की घड़ी मेें उनके साथ है।
डा0 पाण्डेय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह जघन्य कृत्य अत्यन्त दुखद है और शोक संतप्त परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। माननीय मुख्यमंत्री जी ने इस जघन्य कृत्य के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की है। प्रदेश सरकार ने परिजनों के लिए 25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता तथा दोनों पुत्रियों को 5-5 लाख की एफडी एवं स्वर्गीय तिवारी जी की माता जी को 5 लाख रूपये की मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है। आदरणीय कल्पना तिवारी जी को लखनऊ नगर निगम में सम्मानजनक नौकरी दी जायेगी तथा परिवार के आवास की व्यवस्था का भी समुचित समाधान किया जायेगा।
मैं स्वर्गीय तिवारी जी के परिवार को आश्वस्त करना चाहता हॅूॅ कि उनकी हर संभव सहायता की जायेगी। पुलिस को कड़े निर्देश दिये गये है कि जांच में कोई भी कमी न रहे। तथा मुकदमें में त्वरित न्याय मिले इसके लिए प्रयास किये जायेंगे। परिवार सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से संतुष्ट है स्वर्गीय तिवारी जी की पत्नी ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी ने हमारी पीड़ा को ध्यान से सुना है हमारी संवेदानाओं को समझा है उससे मैं पूरी तरह संतुष्ट हूॅ उन्होंने कहा है मुझे राज्य सरकार पर भरोसा है और मुख्यमंत्री जी से मिलने के पश्चात यह भरोसा और मजबूत हुआ है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि सपा सरकार के कार्यकाल में हुई विधायक राजू पाल की हत्या, पत्रकार जगेन्द्र की हत्या, एक पुलिस अधीक्षक और दो पुलिस उपाधीक्षक और अन्य पुलिसकर्मियों की हत्या। मायावती के कार्यकाल में एनआरएचएम की लूट के चलते 2 सीएमओ और एक डिप्टी सीएमओ की हत्या हुई, इंजीनियर मनोज गुप्ता की हत्या। यहां तक की राजभवन के सामने दिन दहाड़े विधायक की हत्या कर दी गई। मैं पूछना चाहता हॅू कि इन हत्याओं में कौन सा मुख्यमंत्री मिला इनके परिजनों से बल्कि जांच में लीपा-पोती की गई। सपा सरकार में गुंडो, माफियाओं को सरकार का संरक्षण मिला हुआ था, एक पुलिस उपाधीक्षक को तो जीप पर बांधकर घुमा दिया गया था।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लाखों पुलिसकर्मियों के बीच किसी एक पुलिसकर्मी की करतूत से घटना को लेकर कोई धारणा नहीं बनानी चाहिए पिछले 16 महीनों के दौरान कई पुलिसकर्मियों ने जान दांव पर लगाकर और बलिदान देकर भी उ0प्र0 के लोगों की हिफाजत की है। सपा-बसपा और कांग्रेस जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के पर्याय रहे है। जो जातिगत आधार पर टिप्पणी कर रहे है। शायद उन्होंने केजरीवाल जी को दिये गये आदरणीय कल्पना तिवारी जी का बयान नहीं देखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अपराध को जाति और सम्प्रदाय से क्यों जोड़ा जा रहा है। उ0प्र0 में भाजपा की योगी सरकार मंे कानून का राज है कोई भी दल या व्यक्ति इस पर राजनीतिक रोटियां न सेके। उन्होंने कहा है कि जनता को मोदी जी और योगी जी पर पूरा भरोसा है। वे सर्व धर्म समभाव की बात कहते है और करते है।