लखनऊ 28 सितम्बर 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने आज मोती महल लाॅन लखनऊ में 16वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डा0 पाण्डेय ने कहा कि पुस्तक मेला बहुत ही अच्छा आयोजन है। इलेक्ट्रानिक और डिजिटल युग में भी पुस्तकें अनमोल है। पढ़ने से विषय का बोध होता है, आप कही भी इसका उद्धरण दे सकते है। पढ़ना ही स्थाई भाव है, मैं जब केन्द्र सरकार में मानव संसाधन राज्यमंत्री था मेरे विभाग में नेशनल बुक ट्रस्ट भारत सरकार का एक उपक्रम था, मैं उस पर काफी रूचि लेकर के पाठ्य पुस्तकों के आयोजनों को बढ़ावा देता था, और सहायता भी करता था। मनुष्य को रोटी, कपड़ा, मकान तो आवश्यक है ही लेकिन चित, हृदय और मन को आनंद पुस्तके ही दे सकती है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि पुस्तकों ने शास्त्रों का विमोचन और विभाजन किया है, अपने-अपने ढ़ंग से काव्य शास्त्रों का वर्णन किया जाता है। काव्य शास्त्र के तीन भाग होते है। दृश्य काव्य, पाठ््य काव्य और श्रव्य काव्य होते है। दृश्य काव्य में नाटक, नौटंकी, चित्रण, फिल्में आदि होते है। श्रव्य काव्य में गीत, संगीत, भजन आदि होते है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण पाठ्य काव्य होता है जिसमें मानस की चैपाई, तुलसी दास की रामायण, श्रीमद भागवत, कम्बन की रामायण, कबीर के दोहे आदि, मनुष्यों को ज्ञान के साथ-साथ मन और चित को आनंद भी देते है। उसी का एक भाग है आज कल की पुस्तके। आज के युग में टीवी चैनलों का, फिल्मों का भी महत्व है लेकिन पुस्तकों से हमें स्थाई ज्ञान प्राप्त होता है, पढ़ने से विषय का बोध होता है। मेरी शुभकामनाएं है इस आयोजन के लिए, मैं आयोजकों को बधाई देता हूॅ।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी आलोक अवस्थी, सह संपर्क प्रमुख सुधाकर सिंह कुशवाहा, आयोजन समिति के श्री मुरलीधर आहुजा, रामजी दास, टी.पी. हवेलिया, राकेश जैन, जयनारायण शुक्ला, मनोज सिंह चंदेल, आस्था ढल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विन्दु जैन जी ने किया।