फार्मर वाटर स्कूल और जल उपभोक्ता समितियों का सक्रिय-समन्वय स्थापित करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता
किसानों की आमदनी दुगनी करना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी हैं
ए0के0 सिंह सेंगर, मुख्य अभियन्ता, पैक्ट
लखनऊ: 27 सितम्बर, 2018
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के राष्ट्रीय संकल्प वन ड्राप मोर क्रोप को साकार करना सिंचाई मंत्री श्री धर्म पाल सिंह की सर्वोच्च प्राथमिकता है यह विचार मुख्य अभियन्ता पैक्ट श्री ए0के0 सिंह सेंगर ने उत्तर प्रदेश वाटर सेक्टर रीस्ट्रक्चरिंग परियोजना में वाल्मी संस्थान द्वारा आयोजित जल उपभोक्ता समितियों एवं फार्मर वाटर स्कूल के मध्य ताल-मेल एवं समन्यव स्थापित करने के उदद्ेश्य से आयोजित कार्यशाला का मुख्य अतिथि के रूप में शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किये।
श्री सेंगर ने कहा कि किसानों की आमदनी को दुगनी करना हम सब का नैतिक दायित्व है और इस दिशा में जल उपभोक्ता समितियों एवं फार्मर वाटर स्कूलों का योगदान वरदान सिद्ध हो सकता है, मुख्य अभियन्ता पैक्ट ने कहा कि जल उपभोक्ता समितियों एवं फार्मर वाटर स्कूलों को सक्रिय करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। आपने कहा कि यह दो दिवसीय कार्यशाला इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
कार्यशाला का संचालन करते हुए निदेशक वाल्मी श्री पी0डी0 शर्मा ने कहा कि वाल्मी (ॅंजमत स्ंदक डंदंहमउमदज प्देजपजनजम) सिंचाई विभाग के संकल्पों, उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों को बेहतर प्रशिक्षण के माध्यम से धरातल पर उतारने का कार्य करती है। आपने कहा कि जहां एक तरफ सिंचाई विभाग का यह संस्थान अभियन्ताओं को जल संसाधन के आधुनिक तकनीक के वैज्ञानिक उपयोग के माध्यम से कम जल से अधिक पैदावार बढाने के तरीको का प्रशिक्षण देती है वही समय-समय पर यू0पी0डब्लू0एस0आर0पी0 द्वारा आयोजित जल उपभोक्ता समितियों व किसान सिंचाई विद्यालय से जुड़े लाभार्थियों को भी व्यवहारिक प्रशिक्षण देती है। श्री शर्मा ने कहा इस कार्यशाला में जल उपभोक्ता समितियों और किसान सिंचाई विद्यालय के मध्य बेहतर समन्वय एव ताल-मेल बनाने के कारगर तरीकांे पर विस्तृत विचार विमर्श कर कारगर रणनीति बनायी जायेगी। जिससे कि सीमित जल में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सके।
कार्यशाला में विश्व बैंक के परामर्शी श्री पी0के0 सिन्हा और एफ0ए0ओ0 के फार्मर वाटर स्कूल विशेषज्ञ श्री कोन्डा रेडडी एवं सुधाकर एस0आर0डी0 के श्री नन्द किशोर आदि ने जल उपभोक्ता समितियों एवं फार्मर वाटर स्कूल द्वारा किये जा रहे बेहतर नहरों के संचालन, प्रबंधन, जल संचयन, आदि विषयों पर विस्तृत विचार विमर्श किया। विशेषज्ञों के प्राप्त सुझावों के अनुसार माॅडल फार्मर वाटर स्कूलों को प्रभावी बनाने पर बल दिया गया तथा कृषि विभाग की सक्रिय भागीदारी पर भी वृहद चर्चा की गयी ।
कार्यशाला में मीडिया विशेषज्ञ श्री इंदल सिंह भदौरिया, यू0पी0डब्लू0एस0आर0पी0 आच्छादित छः जनपदों (बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, प्रतापगढ़ जौनपुर) के कृषि उपनिदेशको, अधिशासी अभियन्ताओं एवं अन्य अधिकारियों प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण सत्र का संचालन वाल्मी के पाठ्यक्रम निदेशक श्री राजेश शुक्ला द्वारा किया गया।