सहकारिता ही एक ऐसा माध्यम है जिससे गरीबों, किसानो को
आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है
- मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा
लखनऊ: दिनांक 27 सितम्बर, 2018
प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि जिला सहकारी बैंकों से सम्बद्ध सहकारी समितियां निर्धारित लक्ष्यों के सापेक्ष नये सदस्य बनाएं और निष्क्रिय सदस्यों को सक्रिय किया जाए, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाए। बैंक एवं समिति के मध्य वसूली में तेजी लाई जाए तथा अल्पकालीन फसली ऋण वितरण का कार्य नियमानुसार किया जाए। सहकारी समितियां माह नवम्बर, 2018 में (ए0जी0एम0) सामान्य निकाय की बैठक कराना सुनिचित करें, बैठक में विधायकगणों को भी बुलाया जाए।
यह निर्देश सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने आज यहां सहकारिता भवन के पी0सी0यू0 सभागार में बरेली, कानपुर, सहारनपुर एवं मेरठ मण्डल के अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा करते हुए दिए है। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन मेहनत एवं ईमानदारी से करना सुनिश्चित करें, किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2018-19 हेतु धान खरीद केन्द्रों का निर्धारण एवं धान खरीद की तैयारी निर्धारित समय में ही करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखते हुए सफाई कराना सुनिश्चित करें। श्री वर्मा ने कहा कि किसानों की खुशहाली और देश के विकास में सहकारिता का महत्वपूर्ण योगदान है। सहकारिता आन्दोलन ने लोकतांत्रिक मूल्यों परम्पराओं एवं संस्थाओं को सुदृढ़ भी किया है। सहकारिता ही एक ऐसा माध्यम है जिससे गरीबों, किसानो को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। सहकारिता जनमानस की प्रगति एवं समृद्धि का उत्तम मार्ग है।
इस अवसर पर यू0पी0 को-आपरेटिव बैंक लि0 के प्रबंध निदेशक श्री रविकान्त सिंह, पी0सी0यू0 के एम0डी0 श्री मनोज कुमार द्विवेदी, एम0डी0 श्रीकान्त गोस्वामी, पी0सी0एफ0 के कार्यकारी निदेशक श्री आलोक दीक्षित व श्री कृपा शंकर सहित अन्य अधिकारी व सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, उपायुक्त/उप निबंधक, अपर जिला सहकारी अधिकारी तथा समितियों के सचिव आदि उपस्थित थे।