लखनऊ - बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा महिलाओं के बारे में दिये गये बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि सपा नेता की महिलाओं के बारे में दिया गया घटिया बयान उनकी ओछी एवं घिनौनी मानसिकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के बारे में सपा मुखिया के बयान का बी0एस0पी0 घोर निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के बारे में सपा एवं उसके मुखिया के इसी सोच के कारण सपा के शासनकाल में महिलायें असुरक्षित थीं और आये दिन उनके साथ गुण्डे एवं लफंगे तमाम तरह की बदसलूकी एवं अपराध करते थे।
श्री मौर्य ने कहा कि सपा प्रमुख श्री यादव ने आज दिये गये एक गैरजिम्मेदारीपूर्ण बयान में कहा है कि महिला आरक्षण का फायदा बड़े उद्योगपतियों व अफसरों की लड़कियां/महिलायें उठायेंगी। उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं पर लड़के फिब्तयां कसा करेंगे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का मुख्यमन्त्री रहा हो और केन्द्र की सत्ता में भी मन्त्री का दायित्व निभा चुका हो, उसके मुंह से इस प्रकार का बचकाना बयान शोभा नहीं देता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय महारैली के दौरान कार्यकर्ताओं के सहयोग से बी0एस0पी0 की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उ0प्र0 की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती को 21 लाख रूपये की माला पहनायी गई थी, जिसे लेकर सपा प्रमुख का आज पुन: दिया गया बयान लकीर पीटने के सिवा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने शासनकाल में आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए थे, उन्हें बी0एस0पी0 पर कीचड़ उछालने का कोई हक नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में जानना चाहा कि बी0एस0पी0 को छोड़कर कौन सी ऐसी पार्टी है जो धन्नासेठों और पूंजीपतियों से चन्दा उगाही नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि सभी जानते है कि सिक्कों से तौलने, चान्दी एवं सोने के मुकुट एवं अन्य प्रतीक चिन्ह भेंट करने तथा माला पहनाने की परम्परा सभी पार्टियों में है। उन्होंने कहा कि पार्टी स्थापना की 25वीं वर्ष गांठ के मौके पर बी0एस0पी0 कार्यकर्ताओं द्वारा स्वोच्छा से मण्डलों से थोड़ा-थोड़ा पैसा इकट्ठा करके राष्ट्रीय अध्यक्ष को सम्मान स्वरूप पहनाये गये 21 लाख रूपये की माला पर सपा एवं अन्य विपक्षी दलों द्वारा अनर्गल प्रलाप क्यों किया जा रहा है।
श्री मौर्य ने कहा है कि उनकी पार्टी की सरकार सभी धर्मो , जातियों एवं वर्गों में समय-समय पर जन्मे सन्तों, गुरूओं एवं महापुरूषो का सम्मान करती है और उन्हें पूरा आदर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी महापुरूषो को सम्मान देने के मामले में राजनीति नहीं करती। उन्होंने कहा कि सपा सहित सभी दलों को भी बहुजन समाज पार्टी की इस नीति पर चलते हुए संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर सभी महापुरूशों को आदर एवं सम्मान देना चाहिए।
बी0एस0पी0 प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सभी जातियों, धर्मो एवं वर्गों के महापुरूशों को सम्मान देने की उनकी सरकार की परम्परा के चलते ही आज लोहिया जी की जन्मशती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण डॉ0 राम मनोहर लोहिया अस्पताल, गोमतीनगर के प्रांगण में अस्पताल के निदेशक डॉ0 आर0 एस0 दुबे द्वारा किया गया।
श्री मौर्य ने डॉ0 लोहिया की मूर्ति पर माल्यार्पण न करने देने सम्बन्धी समाजवादी पार्टी के नेताओं के आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि सपा के नेताओं का यह आरोप बेबुनियाद एवं तथ्यों से परे है। उन्होंने कहा कि सपा को अस्पताल जैसी जगह को राजनीति का अड्डा बनाने से बाज आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा से ही सरकार को बदनाम करने के लिए इस प्रकार के ड्रामे करने में माहिर है। उन्होंने कहा कि यदि सपा नेताओं की नीयत में खोट नहीं थी, तो उन्हें डॉ0 लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए अस्पताल के बजाय किसी अन्य स्थान का चयन करना चाहिए था। उन्होंने अफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि कोई राजनैतिक दल इतना संवेदनहीन कैसे हो सकता है कि अस्पताल जैसे स्थान को भी राजनीति का अखाड़ा बना दे और अपने गैरजिम्मेदार पदाधिकारियों को मरीजों का ख्याल किये बिना हुल्लड़ मचाने की पूरी छूट दे। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से सपा की आज हुई हुल्लड़बाजी में उनके वरिष्ठ नेताओं की पूरी शह रही है।
श्री मौर्य ने कहा कि सपा नेताओं द्वारा अस्पताल के प्रांगण में माल्यार्पण जैसे किसी कार्यक्रम के आयोजन की सूचना पहले से जिलाधिकारी लखनऊ को नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा सपा द्वारा ऐसे किसी कार्यक्रम के आयोजन के लिए जिलाधिकारी या अस्पताल प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर अनुमति भी प्राप्त नहीं की गई।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सभी को पता है कि अस्पताल में बड़ीं संख्या में गम्भीर रोगों से ग्रस्त लोग इलाज कराने आते हैं। इसके अलावा आवश्यकतानुसार मरीजों को वार्डों में भर्ती करके उनका इलाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि भीड़-भाड़ वाले आयोजन से अस्पताल में अफरा-तफरी फैलती है और इसका सीधा प्रतिकूल असर रोगियों पर पड़ता है। इसलिए अस्पतालों में भीड़ वाले कार्यक्रमों के आयोजन के पहले पूरी सावधानी बरती जानी चाहिए।
श्री मौर्य ने कहा कि अस्पताल में सपा के पदाधिकारियों/कार्यकर्ताओं द्वारा झुण्ड के रूप में पहुंचने पर वहां दुव्र्यवस्था फैल गई और रोगियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था अस्त-व्यस्त होने से बचाने के लिए मजबूर होकर जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और सपा के लोगों को हुड़दंगई करने से रोकना पड़ा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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