लखनऊ। वामपंथी दलों ने 28 सितम्बर 2018 के व्यापारी संगठनों के भारत बंद का
समर्थन किया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव डा0 गिरीश शर्मा तथा
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव डा0 हीरालाल यादव ने
एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कि खुदरा बाजार में एफडीआई की इजाजत देकर
भाजपा की मोदी सरकार ने भारत के व्यापार, रोजगार तथा कारोबार को बड़ी बड़ी
विदेशी कम्पनियों के हवाले कर देना चाहती है। जिसका नतीजा होगा कि करोड़ों की
संख्या में व्यापारी, दुकानदार और कर्मचारी बेरोजगार हो जायेंगे तथा भारतीय
अर्थव्यवस्था के बुरे दिन आयेंगे। वालमार्ट जैसी विशाल कम्पनियां भारतीय
कम्पनियों को निगल जायेंगी जैसा कि फ्लिपकार्ट के मामले में देखा गया।
डीजल, पेट्रोल तथा रसोई गैस के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं। भारतीय रूपया डालर के
मुकाबले रिकार्ड रूप में कमजोर हो गया है। इन सबका भी आम जनता पर बहुत ही बुरा
और गहरा असर पड़ रहा है। इसके खिलाफ वर्तमान समय में सभी तबकों को एकजुट होकर
संघर्ष करने की जरूरत है। वामदलों ने भारत बंद को सफल बनाने की जनता से अपील
की है।