लखनऊ 18 सितम्बर 2018, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सामाजिक प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित जाट समाज के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में किसी की हिम्मत नहीं है कि कैराना और कांधला जैसी घटनाओं को दोहरा सके। उन्होंने पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में हर सप्ताह कहीं न कहीं दंगे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार सबको सुरक्षा की गांरटी देने के साथ ही किसी का भी तुष्टिकरण न हो इसके लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में सुरक्षा का वातावरण कायम हुआ है। मुख्यमंत्री जी आज स्थानीय विश्वसैरया सभागार में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जाटों की गौरवशाली परम्परा का जिक्र करते हुए कहा कि मुगल आक्रमणकारियों और अंग्रेजी शासकों के जुल्म और आंतक के आगे भी जाट समाज के लोग कभी नहीं झुके। जाट समाज ने कभी भी अपनी सांस्कृतिक परम्परा को नहीं छोड़ा। जाट आरक्षण के मुद्दे पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम जाट आरक्षण के पक्षधर है और हमने इसके लिए सामाजिक न्याय समिति का गठन किया है। आरक्षण को लेकर पूर्ववर्ती सपा सरकारे दोषी है। फिलहाल मामला न्यायलय में लंबित है लेकिन राज्य सरकार इसके लिए लगातार प्रभावी ढंग से पैरवी कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों के लिए कर्जमाफी प्रदेश में सफलतापूर्वक लागू किया गया। आजादी के बाद से ही किसान अनवरत न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग करते रहे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में किसान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा पहली बार की गई है जिसमें अधिक से अधिक किसान लांभवित हो रहे है। किसानों की खुशहाली व समृद्धि में ही देश की खुशहाली व समृद्धि है, इस खुशहाली व समृद्धि के रास्ते को निकालने के लिए हमने कर्जमाफी, न्यूनतम समर्थन मूल्य, गन्ना भुगतान जैसी किसानों की हित की रणनीति बनाई। उन्होंने कहा कि 2016-17 में प्रदेश में गन्ना किसानों का 16 हजार करोड़ रूपये का भुगतान हुआ था जबकि इस वर्ष गन्ना किसानों को 36 हजार करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है और बाकी भुगतान अक्टूबर के अंत में हर हाल में करवाने का प्रयास किया जायेगा। 2012 से 2016 तक बकाया 25 हजार करोड़ का गन्ना भुगतान तथा इस वर्ष भुगतान को मिला कर 36 हजार करोड़ का भुगतान दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में बिजली वितरण में भेदभाव होता था जबकि आज किसानों, गरीबों, गांव, शहरों में सभी जगह बिजली देने का काम हमने किया।
श्री योगी अदित्यनाथ जी ने कहा कि आज कुछ लोग भारत में अस्थिरता का वातावरण बना रहे है। उन्होंने सपा, बसपा, कांग्रेस पर आरोप लगाया कि ये दल चाहते है कि भारत कमजोर हो, गठबंधन-महागठबंधन के नाम पर अपरिपक्व राजनीति को जन्म देना चाहते है। जो देश के हित में सोचता है, जनकल्याणकारी योजनाओं के पक्षधर है उन्हें यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को मजबूत करना चाहिए तथा उन्हें मजबूती के साथ खड़ा होना पड़ेगा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की सत्ता परिवर्तन में जाट समाज की सदैव से अग्रणी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सत्ता बदलने में जाटों का प्रभाव हमेशा रहा है। उन्होंने कहा कि जाट ने जब कमर कसी तब भाजपा मजबूत हुई। चैधरी चरण सिंह को यादव करते हुए कहा कि जब वह कांग्रेस 17 विधायक लेकर अलग हुए थे तब जनसंघ ने उन्हंे यूपी का सीएम बनाने में मदद की थी।
उन्होंने कहा कि सपा-बसपा की वजह से कांग्रेस केन्द्र में दस साल तक बनी रही, यूपी में वहीं सपा-बसपा दस साल तक शासन कर अपनी सम्पत्ति बढ़ाने, परिवारवाद, जातिवाद बढ़ाने के लिए अलावा कोई काम नहीं किया। जबसे आपने मोदी जी को केन्द्र में पीएम और योगी जी को राज्य में सीएम बनाया तबसे जनता की चिन्ता की गई न कि जाति और परिवार की, बल्कि पूरे देश और प्रदेश की चिन्ता की गई।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि देश की राजनीति एक निर्णायक दौर से गुजर रही है देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को रोकने के लिए आज कई गठबंधन बन रहे है। उन्होंने कहा परिवारवाद, जातिवाद और व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए राजनीति करने वाले बेमेल गठबंधन कर किसी भी तरह मोदी जी को रोकना चाहते है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जाट समाज का आहवाहन किया कि देश को सशक्त और मजबूत नेतृत्व प्रदान करने में हमेशा से आपने अपनी भूमिका का बखूबी निर्वाहन किया है। इसी का परिणाम था कि 2014 के लोकसभा चुनाव में और फिर 2017 के विधानसभा चुनाव अपका भरपूर समर्थन भारतीय जनता पार्टी को मिला। एक बार फिर से 2019 में माननीय नरेन्द्र मोदी जी को अपना समर्थन देकर अवसरवादी दलों की राजनीतिक दुकान बंद करने का काम करना होगा।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सामाजिक प्रतिनिधि बैठक में एससी-एसटी एक्ट का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में योगी सरकार के राज्य में एक भी फर्जी मुकदमा नहीं लिखा जायेगा। किसी का उत्पीड़न किया जाये यह भी बर्दास्त नहीं किया जायेगा, लेकिन यदि कोई गुनाहगार होगा तो उसे छोड़ा भी नहीं जायेगा। उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा कि कभी चाचा-भतीजा तो कभी बुआ-भतीजा का रिस्ता गडबड़ हो जाता है, लेकिन मोदी जी को रोकने के लिए गठबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास प्रधानमंत्री पद के लिए कोई भी चेहरा नहीं है, लेकिन मोदी जी को रोकने के लिए लगे विपक्षी दलों में 100 से भी अधिक प्रधानमंत्री पद के दावेदार है।
श्री मौर्य ने कहा कि मुजफ्फरनगर के दंगों को कौन भूल सकता है, निर्दोषो पर फर्जी मुकदमें लिखे गये। आज वहीं निर्दोष जिनका पिछली सरकारों में उत्पीड़न किया गया भाजपा के साथ मजबूती से खड़े हैं जबकि विपक्षी पार्टियां उनके वोटों के लिए तरस रही है। श्री मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश व प्रदेश को नम्बर वन बनाने के लिए क्या कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि किसानों के बारे में चैधरी चरण सिह के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ही किसानों के हित में योजनाएं बनवाकर उन्हें लागू करवाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में वोट की ताकत सबसे बड़ी ताकत होती है और जाट समाज के लोगों ने अपनी इसी ताकत का उपयोग कर केन्द्र में माननीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त किया था।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन बने या न बने 2019 में मोदी जी की दूसरी पारी होनी तय है। केन्द्र में भेजने की जिम्मेदारी समाज के सभी वर्गो की है, मोदी को रोकने के लिए विरोधी पार्टी चुनाव आते ही राज्य का महौल खराब करते है। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने अगर काम नहीं किया तो विपक्षीयों को आखिर गठबंधन करने की जरूरत क्यों पड़ गई। श्री मौर्य ने मिशन 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए सभी से समर्थन की अपील करते हुए कहा कि भारत को एक सशक्त और यशस्वी नेतृत्व माननीय नरेन्द्र मोदी जी ही दे सकते है।
बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री डा0 सत्यपाल सिंह, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, भूपेन्द्र चैधरी, सांसद चैधरी बाबूलाल व कुंवर भारतेन्दु सिंह सहित कई अन्य प्रमुख लोगों ने संबोधित किया। इस अवसर पर वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष बाबू राम निषाद, भोला सिंह, उमेश मलिक, कमल मलिक, वीरेन्द्र सिंह सिरोही, केपी मलिक, राजेश चुन्नू, योगेश धावा, मंजू सिवास सहित बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।