लखनऊ 14 सितम्बर 2018, प्रदेश के उपमुख्यमत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा-बसपा-कांग्रेस ‘कुछ का साथ-कुछ का विकास’ के सिद्धान्त पर हमेशा से काम करती रही हैं। जिसकी परिणित यह है कि देश की जनता ने इस तिकड़ी को नकार दिया। जबकि भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ-सबका विकास’ की नीति पर काम करते हुए जनकल्याण के पथपर अग्रसर होकर आमजनमानस के कल्याण के लिए काम कर रही है। वे आज विश्वशरैया हाल में आयोजित पिछड़ा वर्ग मोर्चा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में बतौर मुख्यअतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मात्र दो सांसदों से शुरू हुआ भारतीय जनता पार्टी का राजनैतिक सफर आज विश्व की सबसे बडी पार्टी तक पहुंचा है। आज जब हम देखते है तो यह पाते है कि सबसे अधिक सांसद, सबसे अधिक विधायक, सबसे अधिक नगर निगम के अध्यक्ष एव पार्षद से होते हुए पंचायत तक अपने कार्यकर्ताओं को सामाजिक प्रतिनिधि के रूप में पातें है। भारतीय जनता पार्टी में ही संभव है कि एक सामान्य कार्यकर्ता पार्टी अध्यक्ष, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बन सकता है वहीं दूसरी ओर समाजवादी, कांग्रेस, बसपा, लोकदल पार्टी में कुछ भी होने के लिए आप को परिवार का सदस्य होना पडता है, यह कितना हास्यपद और पीड़ादायक है, इसे एक राजनैतिक कार्यकर्ता ही समझ सकता है।
श्री मौर्य ने कहा कि आज विपक्षी पार्टियां एक साथ लोकतंत्र बचाने की छद्म दुहाई देकर मोदी विरोधी ऐजेन्डे को लगातार हवा दे रहें है। वर्षो की सड़ी-गली भ्र्रष्टाचारी व्यवस्था को बदलने का जो बीडा मोदी सरकार ने उठाया है उससे इन सभी को लगातार कष्ट हो रहा है। किसी को अपना जातिगत साम्राज्य बचाना है तो किसी को अपना आर्थिक साम्राज्य बचाना है। पिछले निर्णयों को देखते हुए मैं यह विश्वास से कह सकता हूॅं कि अब दिल्ली से यदि किसी गरीब के लिए एक रूपया चलेगा तो उसे पूरा-पूरा एक रूपया मिल रहा है। मोदी सरकार के चार वर्षो के शासन में गांव, गरीब, किसान, महिला, नौजवान, रक्षा, विदेश नीति, आर्थिक विकास के क्षेत्र में जो कार्य हुए है वे अतुलनीय है।
इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता रामेश्वर चैरासिया, पिछडावर्ग महामंत्री चिंरजीव चैरसिया, वित्त विकास आयोग के अध्यक्ष बाबू राम निषाद, ऋषि चैरसिया, सुरेन्द्र चैरसिया, सुशील चैरसिया सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये हुए कार्यकर्ता सामाजिक प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित रहे।