जनपद लखीमपुर खीरी में अब तक हुए लगभग 2000 सुपोषण स्वास्थ्य मेलों
का आयोजन
प्रधानमंत्री ने पोषण मेले में बच्चों की प्रतिस्पर्धा कराये जाने का दिया सुझाव
लखनऊ: 11 सितम्बर, 2018
आज दिनांक 11 सितम्बर, 2018 को प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 के लखीमपुर खीरी सहित देश के कुल 13 जनपदों के आईसीडीएस एवं स्वास्थ्य विभाग के फील्ड कर्मियों यथा आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा, एएनएम तथा मुख्य सेविकाओं के साथ वीडियो कान्फ्रंेसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया। यह जानकारी आज यहां निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार श्री शत्रुघ्न सिंह ने दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी फील्ड कर्मियों को उनके द्वारा पोषण एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों के लिये बधाई दी है।
श्री सिंह ने बताया कि सितम्बर माह पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह का विशेषतौर पर उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने देश के इन जनपदों के आईसीडीएस एवं स्वास्थ्य विभाग के फील्ड कर्मियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने बताया कि लखीमपुर के बेजहम ब्लाक में मुख्य सेविका के रूप में कार्यरत श्रीमती गायत्री दारापुरी द्वारा संवाद के दौरान प्रधानमंत्री को बताया गया कि उन्होंने अपने सेक्टर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ मिलकर 281 कुपोषित बच्चों की पोषण श्रेणी में सुधार किया है।
श्रीमती गायत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि 25 अगस्त, 2018 को प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में पोषण अभियान का औपचारिक शुभारम्भ किया है। शुभारम्भ से लेकर अब तक जनपद में लगभग 2000 सुपोषण स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जा चुका है। प्रधानमंत्री द्वारा जनपद में अब तक हुए 2000 मेलों के आयोजन पर अत्यधिक प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ऐसे मेलों की शुरूआत करने के लिए बधाई दी और पोषण माह में होने वाली गतिविधयों के लिए शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है कि सुपोषण स्वास्थ्य मेला महीने के पहले बुधवार को स्वास्थ्य उप केन्द्र को सजाकर आयोजित किया जाता है। इस मेले में एक छत के नीचे तीन विभाग आईसीडीएस, स्वास्थ्य एवं पंचायतीराज की सेवाएं देने के लिए अलग-अलग काउन्टर लगाकर मेले में आये बच्चों एवं महिलाओं को टीकाकरण, विभिन्न प्रकार की जांचे एवं परामर्श आदि की सेवाएं दी जाती हैं।
श्रीमती गायत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि मेले के आयोजन में उपस्थित सभी लोग बहुत प्रसन्न हैं और इस मौसम में होने वाली बीमारियों जैसे वायरल, दस्त आदि के उपचार की सुविधा भी मेले में उपलब्ध करायी जा रही है। श्रीमती गायत्री द्वारा प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया कि पोषण माह में विभिन्न विभागों के बीच कन्वर्जेंस पर जोर होने के दृष्टिगत प्रदेश के अन्य विभागों जैसे स्वास्थ्य, पंचायतीराज, ग्राम्य विकास एवं खाद्य विभाग के साथ मिल कर कुपोषित बच्चों के परिवारों को शौचालय, मनरेगा जाॅब कार्ड एवं राशन कार्ड दिलवाया है।
श्रीमती गायत्री द्वारा प्रधानमंत्री जी को बाल विकास विभाग में नये प्रकार के पोषाहार से बनने वाले व्यंजनों जैसे लड्डू, हलुआ, बर्फी, केक, खिचड़ी आदि के नमूने भी दिखाये गये। प्रधानमंत्री जी द्वारा पोषण मेले में बच्चों की प्रतिस्पर्धा कराये जाने का सुझाव दिया गया।