सुरेंद्र अग्निहोत्री, लखनऊ: 07 सितम्बर, 2018
प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री सत्देव पचैरी ने कहा कि पारदर्शिता के लिए नई तकनीकी के साथ चलना होगा। आजादी के 70 साल बाद व्यवस्था में परिवर्तन हो रहा है और यह प्रकृति का नियम भी है। उन्होंने कहा कि जेम पोर्टल व्यवस्था लागू होने से जहां एक ओर वस्तुओं की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी हुई, वहीं दूसरी ओर उनके मूल्यों में भी कमी आयी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जेम पोर्टल के लिए एक अलग प्रकोष्ठ भी बनाया जायेगा।
श्री पचैरी आज यहां योजना भवन में जेम के अंगीकरण एवं प्रयोग को बढ़ाने हेतु ‘‘नेशनल मिशन फाॅर जेम’’ के तहत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों के लिए वस्तुओं की खरीद जेम पोर्टल से अनिवार्य कर दी गयी है। किसी भी हाल में बाहर से वस्तुओं को क्रय करना प्रतिबंधित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने जेम की जिम्मेदारी एम0एस0एम0ई0 विभाग को दी है। इसलिए विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गई। उन्होंने कहा कि समस्त सरकारी कार्यक्रम में प्रयोग होने वाले उपहार, भेंट एवं स्मृति चिन्ह आदि अब जेम के तहत हस्तशिल्पियों से ही खरीदे जाएंगे। इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।
मुख्य सचिव, डा0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि भ्रष्टाचार और अपराध रोकने एवं जीरो टालरेंस के लिए जेम पोर्टल की व्यवस्था बनाई गई है। इसके माध्यम से सरकारी विभाग पारदर्शी और त्वरित गति से समानों की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं। साथ ही यह डिजिटल इंडिया की कड़ी में एक और बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि जेम पोर्टल के माध्यम से वस्तुओं की खरीद पर विभागों को 10 से 20 प्रतिशत तक की बचत हो रही है। साथ ही कैशलेस और पेपर लेस व्यवस्था को बढ़ावा भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे इसका विस्तार होगा, अधिक से अधिक लोग लाभान्वित होंगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि जेम एक समयबद्ध कार्यक्रम है। सरकारी विभागों के लिए इससे बेहतर सिस्टम नहीं है। आने वाले समय में इसके बिना काम भी नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को बेस्ट बायर का पुरस्कार भी मिल चुका है। साथ ही निर्देश दिए कि जेम पोर्टल से खरीद के लिए सभी विभागों में प्राइमरी एवं सेकेन्ड्री को नामित कर दिये जायं। अभी तक एक चैथाई डी0डी0ओ0 ही इस पर रजिस्टर्ड है। जल्द से जल्द इसको 100 प्रतिशत किया जाय।
कार्यशाला में जेम पर सर्वाधिक क्रय के लिए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को प्रथम, सचिवालय प्रशासन को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया है। इसके अलावा जेम पर सर्वाधिक पंजीकरण कराने पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को प्रथम नगर विकास एवं गरीबी उन्मूलन को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। निदेशक प्राविधिक शिक्षा को जेम पर एस0जी0पी0ए अकाउण्ट का प्रथम प्रयोग करने एवं निदेशक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास को जेम पर सर्वाधिक समय से भुगतान करने हेतु सम्मानित किया गया है। इनके अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ को जेम पर सर्वाधिक क्रयादेश के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम श्री भुवनेश कुमार ने जेम के प्रयोग के संबंधत विस्तार से प्रेजेंटेशन भी दिया । साथ मौके पर ही लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान भी विशेषज्ञों द्वारा किया गया।
कार्यशाला में श्री ए0के0जैन, डिप्टी सी0ई0ओ0 जेम, नई दिल्ली, श्री प्रवीण वाधवानी, कन्सलटेंट जेम सेल भारत सरकार, श्री रवीन्द्र सिंह महासचिव, लघु उद्योग भारती, आयुक्त एवं निदेशक श्री के0 रविन्द्र नायक सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।