लखनऊ 23 अगस्त 2018, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज झूलेलाल पार्क गोमती तट पर सर्वदलीय सार्वजनिक श्रद्धांजलि सभा सम्पन्न हुई। श्रद्धेय अटल जी के अस्थि कलश के साथ उनके परिवार के सदस्यों सहित केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा0 दिनेश शर्मा, केन्द्रीय राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र सहित हजारों कार्यकर्ताओं और अटल जी के हजारों समर्थक रथ के साथ-साथ श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे।
सर्वदलीय सार्वजनिक श्रद्धांजलि सभा में कई दलांे के प्रमुख नेताओं, धर्म गुरूओं और समाज के अन्य गणमान्य लोगों ने श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। श्रद्धांजलि सभा में समाज के विभिन्न संगठनों, प्रबुद्धजनों सहित हजारों की संख्या में आम नागरिकों ने जन-जन के प्रिय भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
उ0प्र0 के राज्यपाल श्री रामनाईक जी ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि एक छोटी सी घटना बताता हूूॅ 1957 में जनसंघ एकदम बाल्यवस्था में था। उस समय जनसंघ को उम्मीदवार नहीं मिलते थे। अटल जी ने यूपी की 3 सीटों से चुनाव लड़ा, मथुरा में 10 प्रतिशत मत पाकर जमानत जब्त, लखनऊ में 33 प्रतिशत मत पाकर दूसरे नंबर पर रहे, बलरामपुर में 51 प्रतिशत मत पाकर संसद में पहुंचे, वे देश के अकेले व्यक्ति थे जो 3 बार प्रधानमंत्री बने।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी की स्मृतियां हमारे मन मस्तिष्क में सदैव अटल रहेंगी। अटल जी कहते थे मैं कूच से क्यों डरूँ। अटल जी को लोकप्रियता हासिल हुई वह उन्हें प्रधानमंत्री होने के नाते नहीं बल्कि वह कहीं भी होते तो उनका उतना ही नाम होता। नेहरू जी ने उनकी युवावस्था में ही कह दिया था कि वह प्रधानमंत्री बनेंगे। तब से लगातार 40 बर्षों तक यह नारा लगता रहा अबकी बारी अटल बिहारी। निर्भीकता उनके रग-रग में समाई थी। चाहे वह पोखरण की बात हो या कारगिल की, हर बार उन्होंने अपने को पहले से मजबूत प्रदर्शित किया। नरसिम्हा राव जी और चंद्रशेखर जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए उन्हें गुरुदेव कह कर सम्बोधित किया करते थे। नम्रता और श्रद्धा की पराकाष्ठा थे वे। वह आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके जीवन से हम प्रेरणा लेते रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आजादी के बाद उनका जाना एक युगावसान है। जब हम पिछले 70 बर्षों का मूल्यांकन करते हैं तो गांधी के ग्राम स्वराज की बात आएगी तो अटलजी की ग्राम सड़क योजना की बात जरूर होगी। स्वर्णिम चुर्तभुज की कल्पना करना और उसे साकार किया। जब भी आप मोबाइल उठाते है आज का सोशल मीडिया उन्हीं की देन हैं। जब भी विकास और भारत के नवनिर्माण की बात आती है तो श्रद्धेय अटल जी की बात जरूर होगी। मैं अपने नेता पूर्व प्रधानमंत्री को अपनी श्रंद्धाजलि अर्पित करता हूँ।
बिहार के राज्यपाल लालजी टण्डन जी ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटलजी के बारे में मैं कुछ बोल नहीं पा रहा हॅू मन बहुत भावुक है। 14 वर्ष की आयु से अब तक जिस सूर्य से प्रकाशित होता रहा आज वो सूर्य अस्त हो गया। लेकिन उनके कार्यों से हम उन्हें बराबर याद किया जायेगा। नदी की लहरों से देश के चारों कोनों से आज उन्हीं का नाम गूंज रहा है। आज सारा देश उनके नाम पर खड़ा हो गया है। उनके नाम से देश में एक आदर्श व्यवस्था फिर से जागृत हुई है। मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ और उनकी प्रेरणा से अपने शेष जीवन को बिताऊँगा।
श्रद्धांजलि सभा में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज बहुत अफसोस है कि अटल जी हमारे बीच में नहीं रहें मेरा बहुत लंबा जीवन गुजरा है उनके साथ। हमेशा भोजन पर मुलाकात होती थी, बात होती थी हम सुझाव लेते देते थे। उनके मन में किसी के लिए क्षोभ नहीं था। वो केवल भाजपा या भारत के नेता नहीं बल्कि विश्व के नेता थे। सबको साथ लेकर चलना उनकी कला और देश के लिए जीना उनका पहला लक्ष्य था। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। पूरे विश्व ने उनके जाने का शोक मनाया। हमें गर्व है कि हमारे नेता अटलजी थे। उन्होंने एक आदर्श स्थापित किया। कोई ऊंच नीच नहीं किये कभी। हम यहाँ से उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए कार्य करते रहेंगे।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष श्री राजबब्बर ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि काल के कुचक्र ने हमसे अटल जी को छीन लिया है। वो एक ऐसी कसौटी खड़ी करके गए हैं कि न सिर्फ उनके दल के लोग बल्कि हम जैसे लोग भी उस पर चल रहे है। इस लखनऊ में उनके सामने मेरा नाम चुनाव लड़ने के लिए आया। मैं फ्लाइट में गया और देखा तो सामने अटल जी बैठे थे। मैं ठिठका लेकिन वे मुस्कुराते हुए दिखे मेरे हाथ अपने आप जुड़ गए। मैंने बचपन से आपको देखकर बोलना सीखा है आशीर्वाद दीजिए कि मेरे मुंह से कोई अप्रिय बात न निकले। उन्होनें मुझे आशीर्वाद दिया। वे बड़े मन के आदमी थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को बढाया। उन्होंने राजनीति को कभी अपने जीवन पर हावी न होने दिया। नेहरू जी की मृत्यु के बाद 29 फरवरी 67 को सदन के अंदर कहा था कि बाल्मीकि ने रामायण में राम के संदर्भ में जो कहा है मैं उनको वही समर्पित कर रहा हूँ जो उन्होनें नेहरू जी के बारे में कहा था। मैं इसी को अपनी शब्दाजंलि और श्रंद्धाजलि अर्पित करता हूँ।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि तन समर्पित मन समर्पित चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और दूं। ऐसी भावना रखने वाले नेता के प्रति मेरी श्रद्धांजलि। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि लखनऊ अपने नेता को और एक कवि को, एक पत्रकार को, श्रद्धांजति अर्पित कर रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने अटल जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल जी कट्टर सिद्धांत और लोकतंत्र के पोषक पालक थे। वह मर्यादा में रह कर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहे। दोहरी सदस्यता के मामले पर उन्होंने कहा कि जहाँ से हम भारत निर्माण वंदन की बात सीखते हैं उसे नहीं छोड़ते। आज उनके जाने के बाद पता लग रहा है कि अटलजी के जाने के बाद उनकी प्रेरणा से आज सभी राजनीतिक दल के लोग काम कर रहे हैं। उनके चरणों में श्रदांजलि।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने सार्वजनिक श्रद्धांजलि सभा में आये सभी दलों से नेताओं व गणमान्य नागरिकों का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि 20वीं शताब्दी के मध्य से 21वीं शताब्दी के प्रारम्भ तक भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की न सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व में स्वीकार्यता रही है। श्रद्धेय अटल जी विश्वस्तरीय अमर पुरूष है। मैं ऐसे महापुरूष को अपनी श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूॅ।
श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय सह महामंत्री (संगठन) शिव प्रकाश जी, केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, अनुप्रिया पटेल, कृष्णा राज, साघ्वी निरंजन ज्योति, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी व जतिन प्रसाद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, प्रांत प्रचारक कौशल जी, ब्रह्मदेव शर्मा भाई जी, हृदयेश जी, हृदयनाथ सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामपति राम त्रिपाठी, अटल जी के अनन्य सहयोगी शिव कुमार जी। अटल जी के भांजे अनूप मिश्रा सांसद मुरैना, शिया धर्मगुरु कल्बे जब्बाद, फिरंगी महली सहित कई धर्म गुरूओं व प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, उत्तर प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों ने कलश पर पुष्पाजंलि अर्पित कर अपने श्रद्धांसुमन अर्पित किये। सभा का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने किया।