लखनऊ - भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि बसपा सरकार तुष्टीकरण नीति के तहत हिन्दू त्योहारों और उत्सवों को भी रोक रही है। बहुसंख्यक समुदाय को अपने उत्सव और पर्व भी आयोजित करने से रोक दिया गया है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज सोमवार को सम्वाददाताओं से कहा कि झांसी जिले के मऊरानीपुर में प्रशासन ने श्रीराम नवमी के परम्परागत जुलूस को रोक दिया है। पुलिस ने आयोजकों के घर छापामारी की है और उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसी तरह होली उत्सव मनाने से नाराज एक संप्रदाय के लोगों ने सुल्तानपुर में लगभग एक दर्जन घरों में आग लगाई। पुलिस की उपस्थिति में भी हमला हुआ लेकिन सुल्तानपुर जिला प्रशासन अपनी गल्ती भाजपा पर मढ़ रहा है।
श्री दीक्षित ने कहा कि बरेली में शरारती तत्वों ने सशस्त्र जुलूस निकाला था। प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन हिन्दू समुदाय के लोग फूल मालांए लेकर भी अपने उत्सव और जुलूस निकालने से रोके जा रहे हैं। सरकार की नीति बहुसंख्यक समुदाय के प्रति द्वैषपूर्ण है लेकिन दूसरे संप्रदाय के शरारती प्रदर्शनों के प्रति भी आत्मसमर्पणकारी है। यह सरकार अन्याय है। भाजपा इसे बर्दास्त नहीं कर सकती।
श्री दीक्षित ने कहा कि बसपा सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में हिन्दू आस्थाओं का मजाक बनाया है। मन्त्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुख्यमन्त्री की माला के रूपयों के बारे में भी देवी देवताओं के उदाहरण दिये हैं कि जब देवी देवताओं के चढ़ावे का हिसाब कोई नहीं देता तो मुख्यमन्त्री की माला के रूपयों का हिसाब क्यों मांगा जा रहा है। प्रवक्ता ने मुख्यमन्त्री की तुलना देवियों से करने को आस्था का मखौल बताया और कहा कि मुख्यमन्त्री और हिन्दू आस्था की देवियों की तुलना नहीं की जानी चाहिए। मुख्यमन्त्री बेशक माननीय हैं लेकिन देवी-देवता श्रद्धा हैं। बसपा को उनका मजाक बनाने का लायसेंस नहीं दिया जा सकता।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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