52 ठेकेदारों को डिबार तथा 2 को ब्लैकलिस्ट करते हुए 70 लाख 23 हजार रूपये की हुई वसूली,
सुरेंद्र अग्निहोत्री ,लखनऊ 08 अगस्त, 2018। ग्राम्य विकास आयुक्त व मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण श्री नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के सभा कक्ष में पीएमजीएसवाई के अनुरक्षण तथा निर्माणाधीन मार्गों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु स्टेट क्वालिटी माॅनीटर की बैठक सम्पन्न हुई।
सीईओ ने अभिकरण के अधिकारियों तथा अभियन्ताओं के साथ प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना द्वारा निर्मित सम्पर्क मार्गों के रख-रखाव तथा अनुरक्षण की गुणवत्ता के लिए नियुक्त स्टेट क्वालिटी माॅनीटर से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे एसक्यूएम अपने फील्ड के अनुभवों का लाभ पूरी ईमानदारी से पीएमजीएसवाई के तहत बन रहे सम्पर्क मार्गों हेतु दें ताकि इन मार्गों का अनुरक्षण तथा निर्माण ठीक ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि जिन मार्गों की हालत ज्यादा खराब है उन्हें तत्काल ठीक किया जाय जिससे ग्रामीण क्षेत्र की जनता को आवागमन में कोई परेशानी उत्पन्न न हो।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने स्टेट क्वालिटी माॅनीटरर्स को निर्देश दिया कि वे निर्माणाधीन एवं अनुरक्षणाधीन मार्गों की गुणवत्ता का स्थलीय निरीक्षण पूरी ईमानदारी से करें तथा किसी भी प्रकार की कमी होने पर सम्बन्धित पीआईयू के अधिशासी अभियन्ता को सूचित करने के साथ ही अभिकरण कार्यालय को सीधे सूचित करें। सीईओ ने अभिकरण में तैनात मुख्य अभियन्ता तथा अन्य अधिकारियों से कहा कि वे जनपद से आ रही शिकायतों को गंभीरता से संज्ञान में लें तथा 15 दिन के अंदर कार्यवाही करें। श्री सिंह ने कहा कि पीएमजीएसवाई के तहत बने मार्गों के स्थलीय सत्यापन के लिए प्रदेश के समस्त मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि जो भी डेटा जनपदों से भेजा जा रहा है उसकी क्रास चेकिंग भी अभिकरण द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आंकड़े वास्तविकता से भिन्न हुए तो सम्बन्धित पीआईयू के अभियन्ताओं के विरूद्ध कार्यवाही भी होगी।
सीईओ के निर्देश पर वित्तीय वर्ष 2017-18 व 2018-19 में बलिया, देवरिया, जौनपुर, फैजाबाद, सोनभद्र सहित अन्य जनपदों में पीएमजीएसवाई के अनुरक्षण तथा निर्माण कार्याें की लापरवाही पर 52 ठेकेदारों को डिबार तथा 2 को ब्लैकलिस्ट करते हुए 70 लाख 23 हजार रूपये की धनराशि वसूल कर राजकीय कोष में जमा किया गया।
श्री सिंह ने 17 अगस्त तक पीएमजीएसवाई द्वारा बने मार्गों की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु लोनिवि तथा आरईएस के मुख्य अभियन्ता को निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जिन ठेकेदारों द्वारा लापरवाही की जा रही है उन पर कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जाय अन्यथा पीआईयू के अभियन्ताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी। उन्होंने सभी अभियन्ताओं से कहा कि जिन ठेकेदारों द्वारा अनुबंध के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है उनका अनुबंध समाप्त करते हुए 15 सितम्बर तक पुनः टेण्डर कर कार्य पूर्ण किया जाय।
उन्होंने वास्तविक स्थिति की जानकारी के लिए लोनिवि तथा आरईएस के मुख्य अभियन्ता को औचक निरीक्षण करने को कहा है। उन्होंने सभी अभियन्ताओं से कहा कि वे कागजों से हटकर फील्ड की तरफ जायें। सीईओ ने पीएमजीएसवाई से बने सम्पर्क मार्गों के पैच को तत्काल रिपेयर करने तथा उन रास्तों पर साइन बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने सड़क निर्माण में प्रयुक्त की जा रही सामग्रियों को मौके पर ही सैम्पल लेकर परीक्षण का निर्देश दिया।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि पीएमजीएसवाई में अधिशासी अभियन्ता द्वारा अच्छा कार्य करने पर उन्हें सम्मानित करते हुए ग्राम्य विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश तथा मुख्य सचिव, उ0प्र0 की तरफ से प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन अभियन्ताओं द्वारा खराब कार्य किया जा रहा है उन्हें दण्डित भी किया जाय।