लखनऊ, 08 अगस्त। नवीन गल्ला मंडी में भारी अनियमितता, व्यापारियों को 6 आर की जानकारी नहीं, टैक्स की हो रही चोरी, 300 बोरियों की जगह 100 बोरियों की पर्ची, दुकान किसी के नाम पंजीकृत और चला रहा दूसरा व्यक्ति, वाहनों की प्रवेश पर्ची गायब एवं वेटेज में गाडी नंबर शो नहीं हो रहा। बुधवार को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाती सिंह उत्तर विधानसभा अन्तर्गत सीतापुर रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी का क्षेत्रीय विधायक डा. नीरज बोरा के साथ निरीक्षण करने पहुंची तो कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला। इस दौरान मंडी समिति के अधिकारियों एवं व्यापारियों में हडकंप मच गया।
श्रीमती सिंह ने मंडी स्थंल में कई दुकानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें मंडी में व्याप्तं भारी अनियमितता देखने को मिली। व्यापारियों से दुकान का लाइसेंस एवं वाहनों से आने-जाने वाले माल का ब्यौरा मांगने पर सही लेखा-जोखा नहीं मिला। श्रीमती सिंह ने व्यापारियों से 6 आर दिखाने को कहा। परन्तुर व्यापारियों ने 6 आर दिखाने में असमर्थता जतायी। इस पर उन्होंने मौके पर मौजूद मंडी सचिव डी.के. वर्मा को कडी फटकार लगायी और कहा कि यह सरकार के पैसे की चोरी है। कुछ लोगों ने अवैध वसूली का भी आरोप लगाया। श्रीमती सिंह ने सचिव डीके वर्मा को हिदायत देते हुये कहा कि आपको काम की तनख्वांह दी जाती है, वसूली की नहीं। मंडी में व्याप्त अनियमितता एवं गडबडी देख श्रीमती सिंह ने कडी कार्यवाही के आदेश दिये एवं कहा कि दोषी पाये जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी।
अनियमितता देख भडकी मंत्री: राज्यमंत्री स्ववतंत्र प्रभार स्वाती सिंह ने निरीक्षण के दौरान पाया कि 300 बोरियों की जगह कागजों में 100 बोरियों की इंट्री की गयी है। वहीं शकील-साजिद फर्म निरीक्षण करने पहुंची तो पाया कि यह दुकान नारायण एण्ड कम्पनी के नाम पंजीकृत है। शकील-साजिद फर्म के मुनीम मोहम्मददीन से सख्ती से पूछने पर उसने बताया कि यह दुकान हमने किराये पर ले रखी है। यह बात सुन श्रीमती स्वाती सिंह ने उक्त दुकान के लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के आदेश दिये। वहीं मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि मंडी समिति के कर्मचारियों द्वारा दूसरे लोगों के नाम से लाइसेंस बनवाकर दुकानें किराये पर दी गयी हैं।
80 फीसदी हो रही टैक्स की चोरी: निरीक्षण के दौरान मंत्री स्वाती सिंह ने पाया कि मंडी में 80 फीसदी कर की चोरी की जा रही है। श्रीमती सिंह ने हैरानी जतायी कि अधिकांश व्यापारियों को 6 आर की जानकारी ही नहीं। उन्होंने बताया कि व्यापारियों द्वारा 6 आर नहीं दिया जा रहा है। 6 आर न देकर व्यापारी सरकारी धन की चोरी कर रहा है।
मंडी आने-जाने वाले वाहनों का लेखा-जोखा नहीं: निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि मंडी आने-जाने वाले अधिकांश वाहनों का कोई लेखा-जोखा ही नहीं है। अधिकांश वाहनों की प्रवेश पर्ची नदारद मिली। वाहनों से मंडी आने एवं जाने वाले माल का भी कोई लेखा-जोखा नहीं मिला। फलों से लदा वाहन मंडी में खडा देख मंत्री स्वाती सिंह द्वारा वाहन ड्राइवर मुनीन्दर से पूछने पर पता चला कि यह ट्रक दिल्ली से आया है। ड्राइवर से प्रवेश पर्ची को दिखाने को कहा गया तो उसने बताया कि मुझे प्रवेश पर्ची नहीं दी गयी। मुझसे इंट्री के नाम पर 30 रूपये भी लिये गये हैं। श्रीमती सिंह ने ड्राइवर से पूछा कि गाडी में क्या लेकर आये हो। इसका जवाब भी वह सही से नहीं दे सका। उसने बताया कि वह आम, सेब, अनार लेकर आया हूं। माल की रसीद दिखाने को कहा गया तो पता चला कि आम तो आया ही नहीं। वेटेज के बारे में भी उससे सख्ती से पूछताछ की गयी। उसका भी जवाब कोई नहीं दे पाया। इस पर श्रीमती सिंह ने वेटेज रूम जाकर इस वाहन की जानकारी ली तो पता चला कि इस गाडी तो इंट्री ही नहीं की गयी।
सफाई अभियान की जानकारी नहीं: मंडी को स्वच्छ बनाये रखने हेतु चलाये गये सफाई अभियान की जानकारी न देने पर राज्यंमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाती सिंह ने सचिव डी.के.वर्मा को कडी फटकार लगाते हुये कहा कि आगे से इस बात का ध्यान रखा जाये कि मंडी द्वारा आयोजित किये गये किसी भी कार्यक्रम की जानकारी क्षेत्रीय विधायक, सम्बन्धित अधिकारियों के साथ ही मुझे भी दी जाये। अवैध मंडियों पर होगी कार्यवाही: श्रीमती सिंह ने बताया कि राजधानी में अवैध रूप से चलायी जा रही मंडियों की पूरी जानकारी लेकर उचित कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही लखनऊ में संचालित कुछ मंडियों को चिन्हित कर उनका विकास भी उच्च स्तरीय किया जायेगा।