लखनऊ. 06 जून 2018. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बांसकार समाज के
प्रतिनधिमंडल ने सोमवार को उनके सरकारी आवास 5 कालीदास मार्ग पर मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष एवं
आंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने किया। इस
दौरान मुख्यमंत्री को तीन सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। इसके साथ ही
बांसकार शिल्पबोर्ड बनाए जाने की भी मांग की गई।
गौरतलब है कि अनुसूचित जातियों में अतिदलित में शामिल बांसकार समाज आज भी बांस
का लघु उद्योग करने पर गुजर बसर करने पर मजबूर है। वह आर्थिक स्थिति से इस तरह
से कमजोर है कि उसकी पहुंच न तो शहर तक है और न ही गांव में उसे बाजार मिला पाता
है। इसको लेकर बांसकार समाज के प्रतिनिधि मंडल ने उत्तर प्रदेश सरकार की लांडी
योजना की तरह ही 2 लाख 10 हजार रुपए की व्याज मुक्त कर्ज दिए जाने की मांग की
है। बांस की खेती के लिए और बांस प्लांटेशन के लिए जमीन आवंटन की मांग के साथ
ही बांसकार शिल्पबोर्ड बनाए जाने की भी मुख्यमंत्री से अपेक्षा की गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मांगों को लेकर विचार करने का भरोसा दिया
है।
इसके पहले 10 जून को लखनऊ के आंबेडकर महासभा में बांसकार समाज का राष्ट्रीय
सम्मेलन था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे, लेकिन
दौरे की वजह से वह इसमें शामिल नहीं हो पाए थे। फलस्वरूप मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने बांसकार समाज के प्रतिनिधि मंडल को आज मुलाकात के लिए आमंत्रित
किया था।
यह भी उल्लेखनीय है कि सड़क के किनारे बांस का काम करने वाले बांसकार समाज को
आवास देने की मुहिम भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से शुरू की है।
इसके तहत 76 बांसकारों को जल्द ही आवास दिए जाएंगे।
प्रतिनिधिमंडल में मुलाकात करने वालों में डॉ. कौलेश्वर प्रियदर्शी, सीमा
धारिया, माधुरी वर्मा, लालजी धानुक, जय धारिया, सूरजनाथ, आरसी धारिया, रविशंकर
हवेलकर, उषा देवी, ब्रम्हानंद धारिया, परदेशी वर्मा, घनश्याम बेनकर, दिलीप
कुमार धारिया, मनोज कुमार वेणु और संतोष धरिकार प्रमुख रहे।