लखनऊ 24 जुलाई 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान प्रदेश के कुछ सरकारी स्कूलों का इस्लामीकरण किये जाने का प्रकरण गंभीर है और योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने जिलों में जांच कराकर सुनिश्चित कराये कि किसी भी सरकारी स्कूल में इस्लामिक शिक्षा व्यवस्था न चलने पाये और बच्चों को आधुनिक शिक्षा मुहैया कराई जाये। इस दिशा में देवरिया के प्रशासनिक अधिकारियों को भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को भी कहा गया है, जिन्होनंे सरकारी प्राइमरी स्कूलों में भी इस्लामिक शिक्षा पद्धति लागू करने का प्रयास किया था।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने वोटों के तुष्टीकरण की खातिर तमाम ऐसे फैसले लिए जो प्रदेश के खिलाफ थे। किसे याद नहीं है कि महज मुस्लिम वोटों को खुश करने की खातिर सपा सरकार ने एक वक्त आतंकियों तक के मुकदमें वापस लेने का फैसला किया था। इतना ही नहीं मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी कुछ मौलानाओं को बकायदे सरकारी हेलीकाप्टर से बुलवाकर मुख्यमंत्री आवास में भोजन तक कराया गया। इसी का नतीजा है कि अखिलेश सरकार में कुछ कट्टरपंथियों ने सरकारी स्कूलों के कायदे कानून बदलकर वहां इस्लामिक शिक्षा पद्धति कायम कर दी और सपा सरकार चुपचाप यह अराजकता देखती रही। इन स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दी जाने लगी और उर्दू में पढ़ाई शुरू करा दी गयी। हैरानी की बात यह है कि सरकारी स्कूल होते हुए भी सपा सरकार में इन स्कूलों में इस्लामिक कानून चलते रहे और सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रकरण संज्ञान में आते ही प्रदेश सरकार ने इन स्कूलों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इन स्कूलों में सरकारी कायदे-कानून लागू कर दिये गये हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गये हंै जिन्होंने सरकारी स्कूलों में इस्लामिक शिक्षा पद्धति लागू करने की कोेशिश की। शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि बच्चों से जुड़ी शिक्षा व्यवस्था में धर्म की आड़ लेकर किया गया ये प्रयास अपराध की श्रेणी में आता और ऐसे में जो लोग भी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी होगी।