दिव्यांगजनों के पुनर्वासन के लिए प्रभावी कदम उठाये जायें
लखनऊ: दिनांक 23 जुलाई, 2018
प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री, श्री ओम प्रकाश राजभर ने सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि इन सुविधाओं के बारे में समाचार पत्रों, रेडियो, नुक्कड़ नाटकों आदि के माध्यम से दिव्यांगजनों को अवगत कराया जाए और उन्हें योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाए।
श्री राजभर आज यहां दिव्यांगजन आयुक्त कार्यालय के सभागार में दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 के परिप्रेक्ष्य में दिव्यांगजनों के लिए संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर आयोजित कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। यह वर्कशाॅप दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण के क्षेत्र में कार्य कर रही, गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के लिए उन्हें दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 के प्राविधानों से अवगत कराने हेतु आयोजित की गई थी।
श्री राजभर ने कहा कि दिव्यागंजनों के प्रति जो सोच है, उसमें बदलाव लाकर ही विभागीय अधिकारी दिव्यांगजन सशक्तीकरण के क्षेत्र में सार्थक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र देने के लिए जिलों में बच्चों को चयनित किया जाये और मण्डलीय स्तर पर कैम्प लगाकर इस प्रमाण पत्र को बनाया जाये। उन्होंने गैर सरकारी संस्थाओं को आश्वस्त किया कि इनके सुझावों पर विचार कर उन पर अमल किया जायेगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, दिव्यांगज सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण, श्री महेश कुमार गुप्ता ने कहा कि जिला दिव्यांग पुनर्वास, केन्द्रों (डीडीआरसी) को पुनर्जीवित किया जायेगा, ताकि दिव्यांगजनों का पुनर्वासन प्रभावी ढंग से हो सके। कौशल विकास केन्द्रों में दिव्यांगजनों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों पर जनपद विशेष के मशहूर उत्पादों के संबंध में दिव्यांगजनों को प्रशिक्षित किया जाये। उनके द्वारा बनाये उत्पादों की प्रभावी विपणन व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
इस अवसर पर निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण के अलावा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे।