लखनऊ: दिनांक: 23 जुलाई, 2018
राज्य सरकार ग्रामीण अंचलों में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर बनाने तथा अधिक से अधिक स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों को तेजी से लागू कर रही है। चालू वित्तीय वर्ष में जून के अंत तक 12135 नये स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है, साथ ही 1605 स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फण्ड दिया गया तथा 3767 स्वयं सहायता समूहों को निवेश निधि उपलबध कराई गई।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 में 46613 नये स्वयं सहायता समूहों का गठन व 32441 स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फण्ड तथा 18152 स्वयं सहायता समूहों को निवेश निधि उपलब्ध कराई गई।
योजना के तहत कई विभागों के कन्वर्जेन्स के माध्यम से नवाचार किया गया जैसे जननी सुरक्षा योजना के तहत राजकीय अस्पतालों में टिफिन (तैयार भोजन) की आपूर्ति, सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत छात्र/छात्राओं को ड्रेस की सिलाई, फार्म मशीनरी बैंक, पशुपालन विभाग के माधयम से मुर्गी पालन, हस्तशिल्प विभाग के माध्यम से जरी-जरदोजी एवं वुडक्राफ्ट, आईआईटी मुम्बई एवं ईईएसएल भारत सरकार के साथ सोलर स्टडी लैम्प परियोजना का कार्य किया जा रहा है।