दो अलग थाना क्षेत्रो में आग ने कहर बरपाते हुए 11 घरों को किया खाक
राशनपानी समेत ओढ़ने बिछाने के कपड़े तक जले
दलित परिवार के पीड़ितों को सान्त्वना देने पहुंचे ग्राम्य विकास मंत्री प्रशासन ने भी आर्थिक मदद देने की बात कही
चित्रकूट - जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रो में अचानक लगी आग से 11 घर जल गए। सभी घरों में कच्चे खपरैल होने के कारण आग ने विकरालरूप धारण कर लिया था। जिसके चलते लाखों रुपये के नुकसान की बात पीड़ित परिवारों ने बताई है। घरों में गल्ला राशन से लेकर पहनने ओढ़ने के कपड़े भी नहीं बचे हैं।
रैपुरा थानान्तर्गत बिसौंधा गांव में दलित परिवारों के घरों में लगी आग की खबर सुन ग्राम्य विकास मंत्री भी पहुंच गए और एक सप्ताह के भीतर पीड़ित परिवारों को महामाया आवास देने के निर्देश प्रशासन को दिए। साथ ही आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई। जबकि प्रशासन ने भी पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार राजापुर थाना क्षेत्रा के बकटाखुर्द गांव के मजरे अमवां में देवराज के घर में रविवार की दोपहर अचानक आग लग गईं। उस वक्त घर कोई नहीं था। लोग बताते हैं कि आग कुछ ही देर में तेजी से फैलने गई और बगल से लगे अर्जुन, दयाराम, श्यामलाल, हरीराम व सन्तोष के घरों को भी अपनी आगोश में ले लिया। आग लगने की खबर खेतों में काम कर रहे गृहस्वामियों को जब लगी वे लोग तुरन्त अपने-अपने घरों की ओर दौड़ पड़े। इस बीच गांव के लोग भी पहुंच गए थे। तब तक इन पांचों के मकान तो पूरी तौर पर जल ही चुके थे साथ ही चिंगारियां नजदीक के अशोक, रामेश्वर, जागेश्वर आदि के घरों की ओर पहुंच गई थी। लेकिन ग्रामीणों के प्रयास से इन तीनों का कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ। वहीं आगजनी की जानकारी मिलते ही राजापुर एसओ महेश सिंह भी फायर ब्रिगेड के साथ गांव पहुंच गए। लेकिन वहां पर आग से नष्ट हुए घरों व परिवारों का रोना विलखना ही हाथ लगा। उन्होंने पीड़ित परिवारों को सान्त्वना देते हुए मामले की सूचना जिले के उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर कानूनगो गुरुचरण व लेखपाल रामअभिलाष पहुंचे। उन्होंने आग से जले घरों का मुआयना कर पीड़ित परिवारों के बयान लिए इस दौरान ग्राम प्रधान पति सन्तोष निषाद ने पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग प्रशासन से की है।
उधर दूसरी ओर रैपुरा थानान्तर्गत विसौंधा में भी रविवार की दोपहर तीन बजे लल्लू के घर में अचानक आग लग गई। उस समय वह अपने अन्य परिवारीजनों के साथ खेतों में काम करने गया था। इधर गांव के बाहर बसे कुछ घरों की इस बस्ती में आग ने कुछ ही क्षणों में अपना ताण्डव दिखाते हुए रमेश, लालमन, बोलती व राममिलन के घर को भी अपनी चपेट में ले लिया। इधर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने के पहले ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया था। लेकिन तब तक दलित बिरादरी के इन पांचों परिवारों के घर जल चुके थे। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम मऊ मोतीलाल सिंह, तहसीलदार धीरेन्द्र सिंह अपने अमले के साथ मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाते हुए साढे़ चार-चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। पीड़ित लल्लू ने बताया कि उन सबका राशनपानी से लेकर कपड़े-लत्ते भी पूर्ण रूप से जल गए हैं। इधर दलितों के घर में आगजनी की सूचना पर ग्राम्य विकास मन्त्राी दद्दू प्रसाद भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने अपनी ओर से पांच-पांच सौ रुपये की आर्थिक सहायता देते हुए पीड़ित परिवारो को एक सप्ताह के भीतर महामाया आवास देने के निर्देश दिए।
श्री गोपाल
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