लखनऊ 12 जुलाई 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी की हैसियत रखने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्व वाली पिछली सरकार के कार्यकाल में जिस तरह भ्रष्टाचार का बोलबाला किया उसकी ताकीद उनके रंग-ढंग से ही की जा सकती है। गरीबों के हिमायती होने का दिखावा करने वाले सपा मुखिया विलासिता के लिए विदेश यात्रा कर रहे हैं। श्री अखिलेश यादव जी की विचारधारा समाजवाद की नहीं बल्कि सुखवाद की है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री अखिलेश यादव जी तो वह साइकिल भी नहीं चलाते जो आम जनता चलाती है बल्कि वे जिस साइकिल को चलाकर खुद को समाजवादी कहने का ढोंग करते है उस साइकिल को खरीदना आम आदमी के बस की बात ही नहीं है। इसी विचारधारा के चलते उन्होंने अपने सरकारी आवास में भ्रष्टाचार के पैसे से सुख और आनन्द के वे सारे तामझाम किए थे जिसकी एक सरकारी आवास में कल्पना ही नहीं की जा सकती थी। यही वजह थी कि वे जाते वक्त सरकारी आवास से अपने ऐशो-आराम की चीजों को भी उखाड़ कर ले गए।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि श्री यादव प्रदेश की गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी की सादगी से सीख लेनी चाहिए। श्री योगी आदित्यनाथ जी किसी भी जिले में भ्रमण के दौरान वहां के महंगे होटलों में न रुककर सरकारी गेस्ट हाउस में ही ठहरते है। मुख्यमंत्री जी अपनी सरकार की कार्यप्रणाली में मितव्ययता बरतने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि खजाने पर बोझ न पड़े।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पार्टी के खजाने पर कब्जा करने के लिए ही श्री अखिलेश यादव जी ने अपने बुजुर्ग पिता श्री मुलायम सिंह यादव जी को बड़ी बेशर्मी के साथ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा कर खुद अध्यक्ष बन बैठे। इसी कारण प्रदेश की जनता ही नहीं बल्कि दूसरी पार्टी के वरिष्ठ नेता भी श्री यादव को न ही गंभीरता से लेते है बल्कि बयान जारी कर सार्वजनिक रूप से ऐसा बता भी रहे हैं।