लखनऊ: 10 जुलाई, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि बुन्देलखण्ड
में किसानों की आय को बढ़ाना तथा गिरते भूजल स्तर को रोकना प्रदेश सरकार की
प्राथमिकता है। पानी की एक-एक बूंद का बेहतर उपयोग कर गिरते भूजल के स्तर को
रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने कम सिंचाई से अधिक कृषि उपज लेने
की तकनीक विकसित की है। इजराइल की इस तकनीक की सहायता से प्रदेश के
बुन्देलखण्ड सहित पूर्वी क्षेत्रोें में गिरते भूजल को रोकने के साथ-साथ
सिंचाई, कृषि, बागवानी इत्यादि क्षेत्रों में इसका भरपूर लाभ लेते हुये
किसानों की आय दोगुनी की जायेगी।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में इजराइल के
राजदूत श्री डैनियल कैमरून के साथ आये प्रतिनिधिमण्डल के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने इजराइल तकनीक का उपयोग कर गिरते भूजल स्तर को रोकने के साथ-साथ
किसानों की आय में क्षमतावृद्धि के लिये इजराइली विशेषज्ञों एवं राज्य सरकार
के वरिष्ठ अधिकारियों की एक संयुक्त टीम बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने
कहा कि उत्तर प्रदेश जल निगम के पुनर्गठन एवं कार्यक्षमता में वृद्धि करने के
साथ-साथ उ0प्र0 जल निगम की प्रोजेक्ट प्रीप्रेशन इकाई (पी0पी0आर0बी0डी0सेल) को
विश्व स्तरीय तकनीक अपनाने में इजराइल का सहयोग प्राप्त किया जाये।
बैठक में इजराइल के राजदूत श्री डैनियल कैमरून ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र
के साथ-साथ पूर्वी क्षेत्र में गिरते भू-जल स्तर रोकने में तथा किसानों की आय
वृद्धि करने में हर संभव मदद हेतु इजराइल सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी
बताया कि इजराइली विशेषज्ञ दल द्वारा आगामी दो दिनों में चित्रकूट एवं झांसी
मण्डल का भ्रमण किया जायेगा तथा जल संचयन एवं प्रबंधन, कृषि एवं उद्यान के
विकास के लिये इजराइल द्वारा विकसित तकनीक के उपयोग के सम्बन्ध में अपना
प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा।
बैठक में सलाहकार नगर विकास श्री केशव वर्मा, जल निगम के अध्यक्ष श्री
जी0पटनायक, प्रमुख सचिव लघु सिंचाई श्रीमती अनीता सिंह, प्रमुख सचिव कृषि श्री
अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग
सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे