विधायक ने बुन्देलखण्ड विकास निधि से भेजे थे कार्यों के प्रस्ताव डी.एम ने ग्रामीण अभियन्त्रा सेवा को लिखा पत्र जिले के विभिन्न स्थानों पर बनने थे 11 बारातघर
चित्रकूट - बुन्देलखण्ड विकास निधि से बनने वाले एक दर्जन बारात घरों के निर्माण की जिम्मेदारी ग्रामीण अभियन्त्राण सेवा को दी गई थी। इसके लिए धनराशि उपलब्ध करा दिए जाने के एक साल बाद भी काम शुरू करवाए जाने पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था को व्याज सहित धन वापस करने के लिए पत्र लिखा है।
गौर तलब है कि बुन्देलखण्ड विकास निधि से सदर विधायक दिनेश मिश्रा ने जिले के लमियारी, इटौरा, खरसेड़ा, डुडौली, बाबूपुर, अर्की, चिल्लीराकस, रामपुर माफी, कसहाई व कर्वी नगर के पुरानी मिस्जद के निकट बारातघर निर्माण के लिए लगभग 18 लाख रुपये के प्रस्ताव भेजे थे। जिसमें कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा को 13 लाख रुपये की पहली किश्त पिछले वर्ष जनवरी माह में उपलब्ध करा दिए गए थे। साथ ही द्वितीय किश्त के चार लाख 54 हजार रुपये सितम्बर 09 में उपलब्ध करा दिए गए थे। लेकिन विभाग द्वारा कोई काम न शुरू करवाने पर जिलाधिकारी विशाल राय ने वित्तीय वर्ष 2007-08 के अन्तर्गत अनारंभ कार्यों का पैसा तत्काल राजकोष में ब्याज समेत जमा कराने के निर्देश ग्रामीण अभियन्त्राण सेवा के अधिशासी अभियन्ता बांदा प्रखण्ड को दिए हैं। जबकि विधायक दिनेश मिश्रा का कहना है कि कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियन्त्राण सेवा द्वारा बारात घरों का निर्माण समय से न पूरा कराए जाने के चलते विकास कार्य के लिए आया पैसा उपयोग नहीं हो सका है।
उन्होंने कहा कि शासन जहां बुन्देलखण्ड के विकास के लिए पैसा उपलब्ध करा रहा है वहीं ऐसी कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही के चलते लोगों का इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं इस विषय में जब ग्रामीण अभियन्त्राण सेवा के अधिशासी अभियन्ता विनोद कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि बजट कम होने के कारण काम नहीं शुरू करवाए थे। जिसके विषय में उन्होंने उच्चाधिकारियों को पत्र लिख बजट बढ़ाए जाने का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन उस पर कोई अमल न होने से काम आरम्भ नहीं हो सका।
श्री गोपाल
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