लखनऊ: दिनांक: 26 जून, 2018
प्रदेश के सभी ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों को व्यवहार परिवर्तन संवाद को सामुदायिक स्तर पर सुनिश्चित कराने के लिए उन्हें मंडल स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए आज क्लार्क अवध होटल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश द्वारा, उत्तर प्रदेश दृटीएसयू और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से व्यवहार परिवर्तन संवाद के मास्टर ट्रेनर का अभिमुखीकरण किया गया।
कार्यशाला के दौरान डॉ मीनाक्षी, जनरल मैनेजर- आईईसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश ने बताया कि इनफार्मेशन एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन (आईईसी) एंड बिहेवियर चेंज कम्युनिकेशन का उद्देश्य समुदाय के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की स्वीकार्यता को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों को आगामी महीने से आईइसी एवं बीसीसी पर प्रशिक्षण दिया जायेगा और उसे प्रभावी एवं सफल बनाने के लिए मास्टर ट्रेनर को अपनी भूमिका को बखूबी समझने एवं इसे सम्पादित करने की जरुरत होगी। स्वास्थ्य सेवाओं के केन्द्र बिन्दु में आम आदमी को लाने में यह प्रशिक्षण अत्यन्त उपयोगी होगा।
कार्यशाला के दौरान ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों को दी जाने वाली व्यवहार परिवर्त्तन संवाद पर आधारित प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से बताया गया। अभिमुखीकरण के दौरान प्रशिक्षकों द्वारा व्यवहार परिवर्त्तन संवाद को प्रभावी एवं गुणवत्तायुक्त बनाने, इसकी आवश्यकता, क्रियान्वयन की प्रक्रिया एवं विधि व इसके लाभ पर चर्चा की गई, अभिमुखीकरण के माध्यम से व्यवहार परिवर्तन संवाद के विभिन्न माध्यम जैसे प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया, ऑडियो-विजुअल एवं नुक्कड़ नाटक के बारीकियों पर विस्तार से चर्चा भी किया गया। कार्यशाला में प्रदेश के सभी 18 मंडलों से आये 27 जनपद स्तरीय स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी एवं जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधकों ने लिया।