लखनऊ: 14 जून, 2018
मुख्यमंत्री संदर्भ प्रकरणों को समय से निस्तरित किया जाये
-श्री धर्मपाल सिंह
उ0प्र0 के सिंचाई एवं सिंचाई यांत्रिक मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कम से कम 800-1000 घंटे नलकूप चलाकर सींच बढ़ायें। उन्होंने कहा कि जब प्रति फसल औसत 2500 घंटे बिजली मिल रही है तो नलकूपों के चलित घंटे कम क्यों हो रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि चलित घंटे कम होने के कारण ही सींच कम आ रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विद्युत समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाएं तथा आवश्यकता पड़ने पर प्रमुख अभियन्ता द्वारा विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करके विद्युत समस्या का समाधान किया जाये।
सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह आज प्रमुख अभियन्ता नलकूप द्वारा बुलायी गयी मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी अपने उच्चाधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय नही छोड़गा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी परिश्रम एवं लगन से कार्य करें तथा महीने में एक बार आवश्यक समीक्षा बैठक करें।
श्री धर्मपाल सिंह ने मुख्य अभियन्ता एवं प्रमुख अभियन्ता को माह में कम से कम 5 दिन अवश्य फील्ड में विजिट के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि उच्चाधिकरी फील्उ विजिट बहुत कम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नये नलकूपों का आवंटन जनप्रतिनिधियों के परामर्श से आवश्यकतानुसार एवं पारदर्शी तरीके से किया जाये।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री संदर्भ/आई.जी.आर.एस. आदि प्रकरणों का निस्तारण समय से सुनिश्चित किया जायें। उन्होंने कहा कि विभिन्न जांचों में नामित जांच अधिकारी जांच में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि अनावश्यक विलम्ब पाये जाने पर गम्भीरता से लिया जायेगा। श्री सिंह ने कहा कि लंबित बादों में समय से प्रतिशपथ पत्र दाखिल कर प्रभावी पैरवी करें।
श्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिंचाई विभाग की जमीनों पर हुए अतिक्रमण को एक अभियान चलाकर कब्जा मुक्त किया जायें। उन्होंने कहा कि कार्यालयों एवं निरीक्षण भवनों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा सभी लोग कार्यालय समय से आना सुनिश्चित करें।
बैठक में विशेष सचिव सिंचाई, प्रमुख अभियन्ता नलकूप, सभी जोन के मुख्य अभियन्ता नलकूप तथा सभी जिलों के अधिशासी अभियन्ता नलकूप उपस्थित थें।