लखनऊ: 15 जून, 2018
प्रदेश के ग्रामीण निकायों में प्रकाश व्यवस्था बेहतर बनाने के उददेश्य से स्थापित परम्परागत स्ट्रीट लाईटों को कम ऊर्जा खपत, उच्च जीवनकाल, पर्यावरण अनुकूल एवं न्यून विद्युुत बिल वाले एल0ई0डी0 लाईटों में परिवर्तित किया जाना वर्तमान समय की आवश्यकता है।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज श्री आर0के0तिवारी ने दी है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण निकायों में प्रकाश व्यवस्था हेतु उपलब्ध स्ट्रीट लाईटों का स्थलीय सर्वे कराकर ग्राम पंचायतवार संख्या निर्धारित की जायेगी तदुपरान्त ग्राम पंचायत द्वारा स्ट्रीट लाईटों का एल0ई0डी0लाईटों में परिवर्तन 14वें वित्त/चतुर्थ राज्य वित्त आयोग के अन्तर्गत उपलब्ध धनराशि में से ग्राम पंचायत विकास योजना के मार्ग निर्देशों के अनुरूप ग्राम पंचायत के प्रस्तावानुसार वार्षिक लक्ष्य निर्धारित करते हुए धनराशि मात्राकृत की जायेगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण निकायो द्वारा एल0ई0डी0 लाईटों का क्रय प्रचलित वित्तीय नियमो के अनुसार किया जाये। एल0ई0डी0 लाईटों के वाॅट तथा उसके सापेक्ष क्रय हेतु दरों का निर्धारण जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जायेगा। ग्रामीण निकाय भारतीय मानक ब्यूरों द्वारा निर्धारित मानको के अनुरूप एल0ई0डी0 लाईटें, जिला स्तरीय समिति द्वारा निर्धारित नियत दरों के सीमान्तर्गत नियमों के अनुसार क्रय करने हेतु स्वतन्त्र होंगें। ग्रामीण निकायों में पूर्व से स्थापित पारम्परिक लाईटो के एल0ई0डी0 लाईटों में परिवर्तन उपरान्त अवशेष परम्परागत स्ट्रीट लाईटों का निस्तारण सम्बधित ग्रामीण निकायों द्वारा निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज श्री आर0के0तिवारी ने बताया कि इस सम्बन्ध में शासनादेश जारी कर दिया गया है, जारी आदेशो के कडाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये।