लखनऊः दिनांक 13 जून 2018
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा लोक भवन में आयोजित ‘‘शासकीय योजनाओं/कार्याे के प्रचार-प्रसार में सोशल मीडिया की प्रासंगिकता’’ विषयक दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ राज्य मंत्री सूचना डा0 नीलकंठ तिवारी ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
कार्यशाला के उदघाटन के अवसर पर राज्य मंत्री सूचना डा0 नीलकंठ तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी राज्य का संचालन तभी ठीक माना जाता है, जब राज्य सत्ता द्वारा किए जा रहे कार्य जनता तक पहुंचे और जनता की बात राज्य सत्ता तक पहुंचे। उन्होने कहा कि सदियों पहले से दुनिया में किसी न किसी रूप में सूचनाओं का आदान प्रदान होता रहा है। प्राचीन काल से अब तक दुनिया में बड़े परिवर्तन हुए हैं। दुनिया तेजी से विकास की गति को पकड़ चुकी है और इस कार्य में त्वरित सूचनाओं का अंतरण एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। पहले प्रिंट मीडिया के समय सूचनाओं के प्रकाशन पर नियंत्रण रहता था। मात्र घटित हुई घटनाओं का ही विवरण प्रिंट मीडिया के माध्यम से लोगांे को प्राप्त होता था। परन्तु समय के साथ दूरदर्शन (इलेक्ट्रानिक मीडिया) के प्रादुर्भाव से लोगों में सूचनाओं को जानने एवं घटनाओं की तह तक जाने की जिज्ञासा पैदा हुई। परन्तु लोग तब भी उन्मुक्त भाव से स्वछंद रूप से अपनी बात को उच्च स्तर तक पहुंचाने में असमर्थ थे।
डा0 तिवारी ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर लोग अपने विचार खुले मन से व्यक्त कर सकते हैं। समाज के आखिरी पायदान पर बैठा हुआ व्यक्ति भी अपनी बात सोशल मीडिया के माध्यम से शासन तक पहुंचा सकता है और सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न रोजगारपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर लाभान्वित हो सकेगा। उन्होने कहा कि जल्द ही सरकार द्वारा इस दिशा में और भी प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए मानिटरिंग सेल बनाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आने वाले दिनों में सोशल मीडिया लोकतंत्र का प्रभावी माध्यम होगा। हर विभाग के लाभार्थियों को भी सोशल मीडिया से जोड़ेंगे, जिससे अधिक से अधिक लोग शासन की योजनाओं से लाभान्वित हो सकेंगे।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने कार्यशाला में विभिन्न विभागों से आये अधिकारियों/कर्मचारियों /सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय आयोजित कार्यशाला का मुख्य उददेश्य है कि भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी/रोजगारपरक /किसानों के लिए संचालित योजनाओं सहित निर्माण कार्यो की जानकारी आम जनता तक पहुंचायी जाय, जिससे पात्र लोग योजनाओं से अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकें। उन्होने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश ऐसा प्रदेश है जो स्वच्छ शौचालय निर्माण,प्रधानमंत्री आवास, योजना (ग्रामीण), सौभाग्य योजना, गन्ना एवं चीनी उत्पादन आदि विकास कार्याे में प्रथम स्थान रखता है। उन्होने कहा कि देश की जनता यह जाने की विभागों में क्या-क्या कार्य होते हैं। उन्होने विभिन्न जनपदों से आये सूचना विभाग के अधिकारियों तथा अन्य विभागों के अधिकारियों से कहा कि जो भी अच्छे कार्य जिस किसी विभाग द्वारा किया जाय उसे सोशल मीडिया पर अवश्य अपलोड करें।
इस अवसर पर सूचना सलाहकार श्री मृत्युंजय कुमार ने कहा कि पहले प्रिंट मीडिया में खबरें छपवाने के लिए लोगों को परेशानी होती थी, किन्तु अब सोशल मीडिया की क्रांति के पश्चात हर व्यक्ति अपनी बात को सरलता से उच्चतम स्तर तक क्षण भर में पहुंचा सकता है।
इस अवसर पर निदेशक सूचना डा0 उज्ज्वल कुमार ने राज्य मंत्री सूचना सहित समस्त आगुन्तकों का स्वागत करते हुए कहा कि पहले प्रिंट मीडिया ही खबरों के आदान-प्रदान का माध्यम था, उसके बाद आकाशवाणी तथा दूरदर्शन की शुरूआत हुई तत्पश्चात इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं आज सोशल मीडिया गांव के दूर-दराज अंचलों में व्यापक रूप से फैल चुका है। उन्होने विभागीय अधिकारियों से कहा कि इस कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा यह सिखाया जायेगा कि, सोशल मीडिया पर फ्लैश हुई गलत खबरों को संज्ञान में आने पर उनका त्वरित निराकरण किस प्रकार किया जाय।
इस अवसर पर कार्यशाला के प्रथम सत्र में सी0ई0ओ0, उलहवअण्पदश्री अरविंद गुप्ता ने विभागीय उपलब्धियों, विकास कार्यो तथा नीतियों का सोशल मीडिया में प्रचार -प्रसार तथा उसके प्रभाव पर प्रकाश डाला। निदेशक, ग्रे मैटर्स कम्यूनिकेशन्स के डा0 नवनीत आनन्द ने सरकारी संचार/संवाद के बदलते आयाम में सोशल मीडिया की प्रासंगिकता एवं उसके महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डिजिटल मीडिया, कन्सलटेन्ट, रेल मंत्रालय श्री जनक्रुत ओज़ा ने शासकीय कार्य प्रणाली में सोशल मीडिया के संवाद की भूमिका एवं शिकायतों के निस्तारण के बारे में जानकारी दी । इंडिपेंडेन्ट कन्सलटेन्ट, वीडियो एक्सपर्ट श्री तन्मय शंकर ने सोशल मीडिया में वीडियोज के जरिए संवाद एवं उसके प्रभाव के बारे में बताया। सोशल मीडिया एक्सपर्ट श्री अनूप काईपल्लिल ने डिजिटल एक्टिविज्म और सोशल मीडिया तथा निदेशक ग्रे मैटर्स कम्यूनिकेशन्स डाॅ0 नवनीत आनन्द ने शासकीय संचार/संवाद के उत्कृष्ट अभ्यास पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर प्रदेश के लगभग 70 विभागों के अधिकारी/कर्मचारी, समस्त जनपदों के उप निदेशक, सूचना/सहायक निदेशक सूचना, अपर जिला सूचना अधिकारियों तथा सूचना ब्यूरो के समस्त सूचना अधिकारी/अपर जिला सूचना अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।