सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सन् 2019 में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के प्रस्ताव के वे विरोधी नही है बल्कि वे इसके लिए पूरी तरह तैयार है। भाजपा जातिवादी पार्टी है। उसने किसानों और नौजवानों की जिंदगी बर्बाद कर उनका भविष्य अंधकारमय कर दिया है। देश में अब भाजपा के विरोध की लहर है और लोग अब उसे सŸाा से बेदखल करना चाहते हैं।
श्री अखिलेश यादव ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में कैराना संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित श्रीमती तबस्सुम हसन और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित श्री नईमुल हसन को जीत पर बधाई दी। इस मौके पर उक्त क्षेत्रों के चुनाव प्रभारी भी मौजूद थे। बिजनौर जनपद के इं0 युवराज सिंह और उनकी पत्नी श्रीमती निधि सिंह (दोनों जिला पंचायत सदस्य) भी आज श्री अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी में शामिल हुए।
श्री अखिलेश यादव ने कार्यकर्Ÿााओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुद्दों और वादों से भाजपा भागती रही है। गन्ना के मुकाबले जिन्ना को खड़ा करने की उसकी चाल नहीं चली। उपचुनाव में सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश की जा रही थी। दोनों क्षेत्रों की जनता ने लोकतंत्र को ताकत दी। विपक्ष के अन्य दलों ने भी सहयोग और समर्थन दिया उनका भी धन्यवाद।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में किसानों को प्राथमिकता मिली थी। उनके हित में कई कल्याण योजनाएं शुरू की गई थी। किसानों के हित में ही नोएडा में फूड पार्क के लिए जमींन दी थी। कृषि विकास के साथ रोजगार के अवसर इससे पैदा होते है।
श्री यादव ने कहा कि लोकतंत्र में बहानेबाजी नहीं चल सकती है। भाजपा की नीतियों के विरूद्ध कैराना और नूरपुर के मतदाताओं ने फैसला दिया। लेकिन हमें भाजपा से आगे भी सतर्क रहना है। साजिशें रचने में उनका जवाब नहीं। भाजपा अब अपनी हार का बदला लेने की योजना बना रही है। वह मुद्दों से मतदाताओं का ध्यान भटकाने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा लोकतंत्र और सामाजिक सद्भाव के लिए भाजपा को सŸाा से हटाना आवश्यक है।