सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ,कांगे्रस के वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी ने कहा है कि भारतीय सीमा के दुर्गम स्थान पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (ठैथ्द्ध के जाॅबाॅज जवान ए.एस.आई. सत्य नारायण यादव एवं कान्सटेबल विजय पाण्डेय ने देष के सीमा की सुरक्षा करते हुये अपने प्राणों का बलिदान कर दिया है। ये दोनों जाॅबाॅज उत्तर प्रदेष के क्रमषः जनपद देवरिया एवं जनपद फतेहपुर के निवासी थे । श्री तिवारी ने इन जाॅबाॅजों के प्रति श्रद्धांजलि देते हुये उनके परिजनों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि आज पूरा देष मोदी जी से जानना चाहता है कि जम्मू काष्मीर की च्क्च् के साथ मिलकर सरकार बनाये रखने के लिये कब तक यह देष मोदी सरकार की गलत विदेष एवं गृृह नीतियों के कारण बलिदान देता रहेगा ? और भारतीय माॅओं की गोद कब तक सूनी होती रहेगी ?
श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी जी इण्डोनेषिया एवं मलेषिया आदि के विदेष भ्रमण पर घूम रहे थे और इधर हमारे देष के जाॅबाॅज जवान मोदी जी के महबूबा मुफ्ती को खुष करने के लिये जम्मू काष्मीर में सत्ता बनाये रखने हेतु हाथ बंॅधे होने की वजह से आतंकवादियों एवं पड़ोसी देष के ‘‘सीजफायर उल्लंघन’’ के षिकार हो रहे हैं ।
श्री तिवारी ने कहा है कि सीमा सुरक्षा बल (ठैथ्द्ध के इन जाॅबाॅज जवानों को भारतीय सेना की तरह जहांॅ पेंषन एवं अन्य सुविधा देने की केन्द्र सरकार से मांग की है वहीं उत्तर प्रदेष सरकार से प्रत्येक जवान को एक करोड़ रुपये की अनुज्ञा राषि तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है
किसान आन्दोलन का आज चैथा दिन है । उत्तर प्रदेष, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेष और महाराष्ट्र सहित पूरे देष के कई राज्यों में किसान आन्दोलनरत हैं - परन्तु इतने दिन बीतने के बावजूद भी सरकार ने अभी तक किसानों की समस्या के समाधान के लिये, किसानों से बातचीत हेतु कोई सार्थक पहल नहीं की है, और प्रधानमंत्री जी ज्यादातर विदेष भ्रमण कर रहे हैं, तथा केन्द्रीय कृृषि मन्त्री श्री राधा मोहन सिंह किसानों के आन्दोलन को ‘‘पब्लिसिटी स्टंट’’ बता रहे हैं कि किसान मीडिया मेें आने के लिये किस्म- किस्म के तरीके अपना रहे हैं ।
श्री तिवारी ने कहा है कि धरती के भगवान किसान की पीड़ा समझने की बजाय सरकार उनके दुःख- दर्द को ‘‘राजनैतिक स्टंट’’ बताकर उस पर मरहम लगाने की के स्थान पर उसे और बढ़ा रही है । किसानों के प्रति इतनी असंवेदनषील और क्रूर सरकार आजादी के बाद अभी तक नहीं आई है । किसानों की मांग मात्र इतनी है कि उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिले, तथा चुनाव में जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वायदा किया था उसके अनुसार किसानों को उनकी उपज का 50ः बोनस दिया जाय ।
श्री तिवारी ने कहा है कि एक तरफ देष में प्रतिदिन 35 किसान खेती में घाटा होने की वजह से और उपज का सही मूल्य न मिलने के कारण आत्म हत्या कर रहे हैं, और दूसरी तरफ केन्द्र सरकार बकाये की वसूली के लिये किसानों को जेल में डाल रही है । और पंूॅूजीपतियों और उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया जा रहा है, जबकि अन्नदाता किसान भगवान को कर्ज की वसूली के लिये जेल में डाला जा रहा है ।
श्री तिवारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेष और केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेष में छुट््टा पशु किसानों की मेहनत से कमाई गयी फसल को नष्ट कर रहे हैं - किन्तु एक साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा इन अवारा जानवरों से किसानों की फसल को बचाने के लिये जानवरों पर कोई अंकुष नहीं लगा पा रही है न ही कोई सार्थक कार्यवाही ही कर रही है जिससे पशु भी सुरक्षित रहें और किसानों की फसल को नष्ट होने से बचाया जा सके ।