लखनऊ: 31 मई, 2018
उत्तर प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये उद्यमियों एवं निवेशको की सुविधा हेतु विद्युत सम्बन्धी सभी समस्याओं के समयबद्ध निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये अनेक नये कदम उठाये गये हैं। यह जानकारी देते हुये प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने बताया है कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकान्त शर्मा द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में सभी डिस्कामों एवं केस्को के प्रबन्ध निदेशकों को अपने कैम्प कार्यालय में एक प्रकोष्ठ की स्थापना करने हेतु कहा गया है। साथ ही निदेशकों से सम्बन्धित सभी समस्याओं की सूचना तथा अनुश्रवण हेतु उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियन्ता वाणिज्य को जिम्मेदार बनाया गया है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि निवेशकों द्वारा ऊर्जा विभाग से सम्बन्धित विभिन्न व्यवहारिक कठिनाइयों के निदान के लिए बात उठायी जाती रहीं है। जिनका निस्तारण वर्तमान में कुछ मामलों में समय से नहीं हो पा रहा है तथा समस्याओं का अनुश्रवण डिस्काम स्तर पर समयबद्ध नहीं किया जा रहा है।
यह स्थिति ठीक करनी है। इसमें सुधार लाने के लिए औद्योगिक इकाईयों एवं निवेशकों से सम्बन्धित सभी समस्याओं की सूचना तथा अनुश्रवण श्री ए0के0 पाठक, मुख्य अभियन्ता, वाणिज्य, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि0 के द्वारा किया जायेगा और उनका यह दायित्व होगा कि ऐसी समस्याओं को तत्काल सम्बन्धित डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक एवं प्रबन्ध निदेशक (पारेषण), प्रबन्ध निदेशक, उ0प्र0 पावर कारपोरेशन, के संज्ञान में लायेंगे। तत्क्रम में सम्बन्धित वितरण निगम, उ0प्र0 पावर कारपोरेशन, उ0प्र0 पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशकों द्वारा इस प्रकार की प्राप्त समस्याओं एवं कठिनाइयों के त्वरित निवारणार्थ अपने कैम्प कार्यालय में एक प्रकोष्ठ स्थापित कर लिया जाये, जिसका उत्तरदायित्व कम से कम अधीक्षण अभियन्ता स्तर के अधिकारी को दिया जाये। सम्बन्धित प्रबन्ध निदेशक का यह उत्तरदायित्व होगा कि प्राप्त समस्याओं का उच्च प्राथमिकता पर निराकरण करायें और इस सम्बन्ध में की गयी कार्यवाही एवं अतंरिम आख्या मुख्य अभियन्ता, वाणिज्य, कारपोरेशन को उपलब्ध करायें। ताकि तत्काल कार्यवाही की जा सके।