सुरेंद्र अग्निहोत्री लखनऊः 30 मई, 2018
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज हिन्दी संस्थान के यशपाल सभागार में संस्था ‘रंग भारती’ एवं ‘अखिल भारतीय हिन्दी पत्रकार संघ’ द्वारा ‘हिन्दी पत्रकारिता दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित महिला कल्याण एवं पर्यटन मंत्री डा0 रीता बहुगुणा जोशी, विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक, ‘रंग भारती’ एवं ‘अखिल भारतीय हिन्दी पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री श्याम कुमार सहित बड़ी संख्या में पत्रकार एवं विशिष्टजन उपस्थित थे। समारोह में राज्यपाल द्वारा श्री हृदय नारायण दीक्षित को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर ‘बाबूूराव विष्णु पराड़कर पत्रकारिता शिखर सम्मान’ से सम्मानित किया गया। रंग भारती के अध्यक्ष श्री श्याम कुमार ने राज्यपाल को इलाहाबाद का नाम पूर्व के भांति प्रयागराज करने का एक ज्ञापन भी प्रस्तुत किया।
राज्यपाल ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के बाद पत्रकारों ने देश के नवनिर्माण में जहाँ योगदान किया है वहीं आधुनिक भारत के निर्माण में उनका सहयोग सराहनीय है। पत्रकारिता में स्पर्धा होना स्वाभाविक है, किन्तु यह देखा जाता है कि एक समाचार पत्र में दूसरे समाचार पत्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम की खबरों का समावेश नहीं किया जाता है और न ही ऐसे समाचार पत्र एक-दूसरे की खबर छापते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में इस तरह की अस्पृश्यता न हो इस पर पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग विचार करें।
श्री नाईक ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के बाद पत्रकारिता को चैथे स्तम्भ की मान्यता दी जाती है। पत्रकारिता के महान आदर्श और उसकी विशेषता को ध्यान में रखना चाहिए। सकारात्मक पत्रकारिता समय की मांग है अच्छी बात सामने आती हैं तो आदर्श का निर्माण होता है, किन्तु इसका यह मतलब नहीं कि सामाजिक बुराईयों को सामने न लाया जाए। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का पहला और अन्तिम लक्ष्य समाज का हित साधना होना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि बाबूराव पराड़कर हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम हैं जबकि वे स्वयं मराठी भाषी थे। इससे यह पता चलता है कि हिन्दी भाषा पर सभी का समान अधिकार है। विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित एक गम्भीर लेखक और जाने-माने पत्रकार हैं, जिनके लेख समाज को दिशा देते हैं। संस्था के अध्यक्ष श्री श्याम कुमार ने श्री दीक्षित को सम्मानित करने का निर्णय लिया जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्मान से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।
विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि पत्रकारिता में राष्ट्रीय भाव के संवर्धन का प्रयास होना चाहिए। हमारे देश की पत्रकारिता की सोच और आदर्श विदेश की पत्रकारिता से श्रेष्ठ है। पत्रकारिता का सम्मान इसलिये होता है क्योंकि उसका उद्देश्य सूचना के साथ ज्ञान देना भी है। स्वतंत्रता के बाद पत्रकारिता में भी बदलाव आया है। समाज को सुचालक बनाये रखने के भाव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के माध्यम से भविष्य का भारत गड़ने में सहयोग करें।
मंत्री डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि पत्रकारिता का आजादी में जो योगदान है वह अविस्मरणीय है। पत्रकारिता केवल रोजी-रोटी नहीं बल्कि प्रतिभा को प्रदर्शित करने का साधन भी है। उन्होंने कहा कि जो आज पवित्रता से लिखा जायेगा वही कल का इतिहास बनेगा।
मंत्री श्री बृजेश पाठक ने कहा कि नारद जी ने संवाददाता के रूप में अहम भूमिका निभाई है। पत्रकार जीवनभर संघर्ष करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पत्रकारों के प्रति संवेदनशील है।
कार्यक्रम में ‘अखिल भारतीय हिन्दी पत्रकार संघ’ के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री श्याम कुमार ने स्वागत उद्बोधन एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।
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