आधुनिक भारत के महान शिल्पी-भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री पं0 जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि के मौके पर आज प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में सर्वधर्म पाठ एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद श्री प्रमोद तिवारी सहित वरिष्ठ नेताओं ने पं0 नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण अर्पित किया एवं पं0 नेहरू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित। इस मौके पर आयोजित संगोष्ठी का संचालन श्री बृजेन्द्र सिंह ने किया।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने बताया कि कार्यक्रम की शुरूआत सर्वधर्म पाठ से हुई जिसमें गीता पाठ आचार्य डॉ0 मोहित शुक्ला, कुरान पाठ कारी मो0 शमीम अख्तर, बाइबिल पाठ फादर सैमुअल एवं गुरू ग्रन्थ साहिब का पाठ ज्ञानी भगत सिंह ने करते हुए पं0 नेहरू को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री सिंह ने बताया कि इस मौके पर वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद श्री प्रमोद तिवारी ने पं0 नेहरू को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत की आजादी के आन्दोलन में कोई युवा संघर्ष का प्रतीक था तो वह देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं0 नेहरू थे। 1929 में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पं0 नेहरू ने दिया था। पं0 नेहरू युगदृष्टा थे। पं0 नेहरू ने अपनी अमीरी को छोड़कर देश की आजादी के लिए जेल यातनाएं सहीं और आनन्द भवन का वैभव त्याग दिया। उन्होने कहा कि आजादी के बाद देश के नवनिर्माण की मजबूत नींव रखी। उन्होने कहा कि जो लेाग गांधी परिवार पर व्यंग्य करते हैं क्या कोई दूसरा परिवार हिन्दुस्तान में है जिसने देश की एकता, अखण्डता और आजादी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर किया हो। उन्होने कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। आज कांग्रेसजनों को गर्व होना चाहिए कि उनकी पांचवीं पीढ़ी देश की सेवा और उसकी मजबूती में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस मौके पर पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी ने कहा कि पं0 नेहरू महामानव थे। वह विश्व मानव थे। उन्होने न सिर्फ भारत के नवनिर्माण व अखण्ड भारत की अक्षुण्यता की गारंटी सुनिश्चित किया बल्कि दुनिया में नासिर और टीटो के साथ मिलकर दो खण्डों में बंटे विश्व को गुटनिरपेक्ष एवं पंचशील के रूप में अलग एक पहचान दिया। इसलिए पूरी दुनिया उन्हें आदर के भाव से देख रही है। उन्होने कहा कि आज कुछ लेाग देश में पं0 नेहरू और उनकी त्याग और बलिदान तथा राष्ट्र के नवनिर्माण में उनके योगदान को नकारने का असफल प्रयास कर रहे हैं और इतिहास को तोड़ने का दुष्चक्र रच रहे हैं तथा उनकी मजबूत विरासत पर कुठाराघात करते रहते हैं उन्हंे मुंहतोड़ जवाब देने की आवश्यकता है।
श्री सिंह ने बताया कि इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्री फजले मसूद एवं श्री सतीश अजमानी, श्री एस0के0 दरबारी, डा0 आर0पी0 त्रिपाठी, सुश्री अनुसुइया शर्मा, श्री अमीर हैदर, श्री वीरेन्द्र मदान, श्री हनुमान त्रिपाठी, श्री द्विजेन्द्र त्रिपाठी, श्री प्रमोद सिंह, श्री सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, श्री अमरनाथ अग्रवाल, श्री आर0पी0 सिंह, श्री अभिमन्यु सिंह, श्री सम्पूर्णानन्द मिश्र, श्री अनीस अंसारी, श्री राजेश शुक्ला, श्री नदीम अशरफ जायसी, श्री गिरजाशंकर अवस्थी, श्री सुभाष श्रीवास्तव, श्री अरशी रजा, श्रीमती नूतन बाजपेयी, श्री विजय श्रीवास्तव, श्री बी0डी0 सिंह, श्री डी0पी0 सिंह, श्री जयशंकर दुबे, श्री स्वतंत्र शुक्ला, श्री सोमेश सिंह चौहान, श्री नसीम खान, श्री विजय बहादुर, श्री पवन मिश्रा, श्री विवेक बाजपेयी, श्री शशिभूषण शर्मा आदि ने सम्बोधित करते हुए पं0 नेहरू को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।