सुरेन्द्र अग्निहोत्री ,लखनऊ: 23 मई, 2018
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने वेक्टर जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु समस्त सम्बन्धित विभागों से पूर्ण सहयोग प्रदान किये जाने की अपेक्षा करते हुये कहा कि विभागों का दायित्व है कि उनके द्वारा आपस में समन्वय स्थापित कर बेहतर परिणाम प्राप्त करने के समुचित इंतजाम किये जायें। उन्होंने वेक्टर जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु अपर निदेशक एवं संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि समस्त सी.एच.सी, पी.एच.सी. एवं जिला चिकित्सालय परिसर में साफ-सफाई एवं पीने के लिये साफ पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशकों को निर्देशित करते हुये कहा कि वह अपने अधीन चिकित्सालयों में मरीजों तथा तीमारदारों को आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य मंत्री आज यहां नवीन भवन स्थित तिलक हाल में आयोजित वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण के सम्बन्ध में अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जून माह के मध्य तक मानसून आने की संभावना रहती है, जिसके बाद वातावरण में नमी और उमस के चलते संचारी रोगों का फैलाव बहुत तेजी से होता है, अतः विशेष संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा अभियान की भांति ही समस्त विभाग बेहतर तालमेल के साथ संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु कार्य करें।
श्री सिंह ने कहा कि मानसून जनित संचारी रोगों से बचाव हेतु, जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक अंतर्विभागीय समन्वय समिति का गठन किया जाए, जो समस्त अंतर्विभागीय कार्यो का समन्वय, अनुश्रवण एव पर्यवेक्षण करें तथा जून माह के प्रथम सप्ताह में ये समिति बैठक कर समस्त विभागों के तैयारियों की समीक्षा भी करें। उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार से सर्वाधिक प्रभावित गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के 7 जनपदों में 15 जुलाई से दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का संचालन किया जाएगा, जिसमे पूर्व की भांति समस्त विभागों से सहयोग अपेक्षित है।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी अस्पताल संचारी रोगों के नियंत्रण एवं उपचार हेतु आवश्यक सभी औषधियाँ, ओ.आर.एस, एंटीबायोटिक, आई0वी0 फ्ल्यूड, आदि का समुचित भण्डारण कर लंे, आशा एवं ए.एन.एम के माध्यम से क्षेत्र के लोगो को स्वच्छ पेयजल के उपयोग हेतु प्रोत्साहित करें तथा क्लोरीन की गोलियों को आवश्यक्तानुसार क्षेत्र में वितरित करें, जनपदीय एव ब्लॉक स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जाए, जिनके सदस्यों का नाम, मोबाईल नंबर, पदनाम आदि को मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा की मीडिया को संचारी रोगों के संबंध में सूचना उपलब्ध कराने हेतु जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक आधिकारिक प्रवक्ता भी नामित करें।
बैठक में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशान्त त्रिवेदी ने कहा कि वेक्टर जनित रोगांे की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये लोगों का जागरूक होना आवश्यक है, जिसके लिये प्रचार-प्रसार के अन्य माध्यमों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा भी लोगों को जागरूक किया जाय। श्री त्रिवेदी ने समस्त सी.एच.सी, पी.एच.सी. एवं जिला चिकित्सालयों में एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने कहा कि सी.एच.सी., पी.एच.सी. एवं जिला चिकित्सालयों पर शव वाहन की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाय एवं किसी भी स्थिति में शव को कंधे, ठेलिया, रिक्शा आदि पर ले जाने की अनुमति न दी जाय।
श्री त्रिवेदी ने बताया कि दिनाँक 2 से 16 अप्रैल 2018 के बीच 38 जनपदों में चलाए गए पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 से 15 वर्ष के कुल 33,96,330 बच्चों का जे.ई टीकाकरण किया गया, शिक्षा विभाग द्वारा जनजागरूकता हेतु 88,472 स्कूल रैलियां निकाली गई, ग्राम प्रधानों के माध्यम से ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा 16578 प्रभात फेरियों का आयोजन किया गया, ग्रामीण क्षेत्रो में 103676 नालियों की सफाई की गई, 34727 ग्रामों में खरपतवार काटे गए, 32930 इंडिया मार्का नलकूपों की मरम्मत कराई गई तथा 531236 उथले नलकूपों को चिन्हित किया गया। स्वच्छ भारत अभियान द्वारा खुले में शौच से मुक्ति हेतु 459485 शौचालयों का निर्माण कराया गया एवं विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। शहरी विकास विभाग एवं नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्रों में 19,460 नालियों की सफाई की गई तथा 2240 वार्डो का धूम्रीकरण (फॉगिंग) किया गया। दिमागी बुखार से प्रभावित 38 जनपदों के अलावा दिमागी बुखार से सर्वाधिक प्रभावित गोरखपुर और बस्ती मंडल के 7 जनपदों में यूनिसेफ के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तक अभियान चलाया गया जिसमें आशा बहुओं द्वारा घर-घर जाकर दिमागी बुखार के विषय मे लोगो को संवेदित किया गया, इसमें आशाओं द्वारा 7 जनपदों के कुल 2781229 घरों का भ्रमण किया गया।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव, ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री पंकज कुमार, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं श्री पद्माकर सिंह, डब्ल्यू0एच0ओ0, यूनिसेफ सहित कृषि, सिंचाई, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, पशुधन एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।