चित्रकूट - केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चलाई गई स्मार्ट कार्ड योजना भी अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। स्मार्ट कार्ड बनाने वाली टीम के लोग ग्रामीण इलाकों में सुविधाशुल्क लेकर ऐसे लोगों के कार्ड बना रहे हैं जिनका नाम बीपीएल सूची में नहीं है। जबकि इस मामले में काम का जिम्मा लेने वाली कंपनी के टीम प्रभारी का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने धांधलेगर्दी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि बीपीएल कार्ड धारकों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत स्मार्ट कार्ड बनाने की योजना चलाई। जिसके तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोग निर्धारित शुल्क 30 रुपये प्रदान कर कार्ड प्राप्त कर किसी अच्छे अस्पताल में अपना इलाज करवा सकते हैं। लेकिन केन्द्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना भी अन्य योजनाओं की तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगी है।
जिले में स्मार्ट कार्ड बनाने की जिम्मेदारी लेने वाली आई सी आई सी आई कंपनी के लोगों द्वारा इस योजना में घपले बाजी करते हुए सुविधा शुल्क लेकर ऐसे लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं जो इस योजना के अन्तर्गत नहीं आते। विकास खण्ड मानिकपुर अन्तर्गत करौहां गांव के मजरा गोपीपुर निवासी ग्रामीणों ने बताया कि उनके यहां टीम के लोगों ने बड़े-बड़े जमीन धारकों व रसूख वाले के कार्ड निर्धारित शुल्क से अधिक सुविधा शुल्क लेकर बना दिए हैं जिनका नाम भी बीपीएल सूची में नहीं है।
इसी तरह गिदुरहा, रानीपुर, चुरेह केशरुवा आदि ग्राम पंचायतों में भी स्मार्टकार्ड बनाने गए कंपनी के लोगों ने भारी धाधंले बाजी करते हुए फर्जी स्मार्टकार्ड बनाए हैं। चुरेह केशरुवा गांव के पूर्व प्रधान सन्तोष कोल व तेजपाल सहित गिदुरहा गांव के मनोज कुमार, अशोक आदि ग्रामीणों ने बताया कि इसके पहले भी स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए कार्रवाई की गई थी लेकिन अभी तक ग्रामीणों को कार्ड नहीं मिले और एक बार फिर स्मार्ट कार्ड के नाम पर निर्धारित शुल्क से अधिक पैसा वसूल कर टीम के सदस्य ग्रामीणों को ठग रहे हैं। लोगों ने जिलाधिकारी से इस धांधली की जांच कराने की मांग की है। उधर कंपनी के जिला प्रभारी दीपेन्द्र प्रताप का कहना है कि उन्हें कुछ लोगों द्वारा स्मार्ट कार्ड बनाने में धांधली करने की शिकायत मिली है। इसकी जांच कर धांधली करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने सुविधा शुल्क लेने वालों की शिकायत कंपनी में करने के लिए कहा है।