लखनऊ 17 मई 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पूर्वांचल का कलंक कही जाने वाली बीमारी दिमागी बुखार के खिलाफ सरकार की जंग निर्णायक दौर में पहुंच गई है। केंद्र और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकारों ने हर हाल में मासूमों का शिकार करने वाली इस भयावह बीमारी को काबू करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने दिमागी बुखार से प्रभावित पूर्वांचल के दस जिलों की मलिन बस्तियों की पेयजल व्यवस्था में बदलाव करने की तैयारी की है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि गोरखपुर समेत इन जिलों में अब इंडिया मार्का-2 हैंडपंप की जगह नलकूप से पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इतना ही नहीं दिमागी बुखार पीड़ित जिलों में सभी संबंधित विभागों में आपस में सामंजस्य बिठाकर निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है। खास बात यह है कि इन कार्यवाहियों की मॉनिटरिंग सीधे मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी कर रहे हैं। भाजपा सरकार की शीर्ष प्राथमिकतओं में दिमागी बुखार पर अंकुश लगाना भी है। पिछले वर्ष प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से शुरू हुए उपाय अब असर दिखाने लगे हैं। दिमागी बुखार से जंग में जीत के बाद ही दम लेगी भाजपा सरकार - डा0 चन्द्रमोहन
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अब दिमागी बुखार पीड़ित बच्चों को लक्षण प्रकट होते ही नजदीक के सरकारी अस्पताल में इलाज उपलब्ध हो रहा है जिससे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में रोगियों का दबाव घटा है। दिमागी बुखार पीड़ित इलाकों में बच्चों के लिए पीडियाट्रिक आइसीयू का निर्माण किया जा रहा है। बरसात के महीनों में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ता है। ऐसे में प्रदेश सरकार पूरी तैयारी से इस कुख्यात बीमारी से निबटने को दृढ़ संकल्प है। टीकाकरण और जागरूकता के जरिए भी इस बीमारी की घेरेबंदी की जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि भाजपा सरकार के शासनकाल में दिमागी बुखार को प्रदेश से ही नहीं अपितु देश से भी भगा कर ही चैन लिया जाएगा। इसी संकल्प के साथ सरकार कार्रवाई कर रही है।