मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ को संवेदनहीन अप्रवासी मुख्यमंत्री करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता अरूण प्रकाश सिंह ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री केा उ0प्र0 से ज्यादा चिन्ता कर्नाटक सहित दूसरे प्रदेशों में भाजपा के चुनाव प्रचार की रहती है। वरना ऐसा कौन सा मुख्यमंत्री होगा जिसके प्रदेश में एक ही रात प्राकृतिक आपदा से हजारों पशुओं सहित लगभग सौ लोग मर गये हों, घर उजड़ गये हों और प्रदेश के मुखिया एवं संरक्षक घर में रखी लाशेां को अनदेखा कर दूसरे प्रदेश के चुनाव प्रचार में मस्त हो।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता अरूण प्रकाश सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री जी की असंवेदनशीलता का आलम यह है कि उनके गृह जनपद के पड़ोस ही कुशीनगर जनपद की रेल दुर्घटना में मारे गये बच्चों पर शाही अंदाज में शोक संवेदना व्यक्त करने गये हमारे मुख्यमंत्री केा शोक संतप्त परिवारजनों एवं गांववालों का शोकजन्य आक्रोश नौटंकी लगता है और स्वयं उसी शाम अमरोहा जिले में दलितों के घर आयोजित शाही भोज में शामिल होते हैं। रोम जल रहा था और वहां का सम्राट महल में बांसुरी बजा रहा था।
श्री सिंह ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री झूठ बोलने में अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से प्रतिस्पर्धा करने लगे हैं। अमरोहा की जनसभा में मुख्यमंत्री जी ऐलान करते हैं कि जब तक किसानों का गन्ना खत्म नहीं होगा चीनी मिलें बन्द नहीं होंगी। वहीं दूसरी ओर उनके पूर्वांचल में अभी खेतों में गन्ना खड़ा है और चीनी मिलें उनके ऐलान के पहले ही बन्द हो गयीं। गन्ना किसानों को नवम्बर माह के बाद की पर्चियों का भुगतान चीनी मिलों द्वारा अब तक नहीं किया गया है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ी बड़ी डींगे मारने वाले हमारे मुख्यमंत्री के राज में स्वामी चिन्मयानन्द पर चल रहे बलात्कार के मुकदमें की सरकार द्वारा वापसी के साथ ही स्वयं मुख्यमंत्री सहित भाजपा के सभी नेताओं के संगीन अपराधों के मुकदमें भी वापस ले लिये गये हैं। जिसका परिणाम है कि प्रदेश के पुलिस का मनोबल गिर जाने से पूरे प्रदेश में बलात्कार, हत्या, लूट, डकैती जैसे अपराध महामारी की तरह फैल रहे हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि प्रशासन तन्त्र के माध्यम से प्रदेश के वित्तीय संसाधनों के अवैध धनादोहन से उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए ए0टी0एम0 मशीन बन चुका है।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी बुन्देलखण्ड को नखलिस्तान बनाने का दावा करते हैं दूसरी ओर पूरा बुन्देलखण्ड एक एक बूंद पानी के लिए तरस रहा है। बुन्देलखण्ड की यमुना, केन, बेतवा, चम्बल, मन्दाकिनी और उनकी सहायक नदियां खनन माफियाओं के अवैध खनन और दोहन से कराहते हुए सूख गयी हैं। अच्छा होगा कि मुख्यमंत्री जी प्रदेश के मुख्यमंत्रित्व का दायित्व छोड़कर अपने मठ का दायित्व संभालते हुए भाजपा का प्रचार करें। एक राजा अच्छा योगी हो सकता है लेकिन एक योगी अच्छा राजा नहीं हो सकता।