औषधि निर्माण का लाइसेंस दिये जाने हेतु आनलाइन एप का शुभारम्भ
आयुष विभाग आम जनमानस को बेहतर इलाज व सुविधाऐं
मुहैय्या करा रहा है- डा0 धर्म सिंह सैनी
लखनऊः 08 मई, 2018
जो लोग मुफलिसी में जी रहे है उनका बेहतर इलाज आयुष विधा से किया जा सकता है। इस विधा में गुणवत्तायुक्त व बेहतर परिणाम देने वाली दवाइयों उपलब्ध है, इसमें किसी जांच या इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ती है। इस विधा का प्रचार प्रसार कर उसे लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता है।
ये विचार प्रदेश के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, अभाव, सहायता एवं पुनर्वास डा0 धर्मसिंह सैनी ने आज बिजनौर रोड पर औरंगाबाद खालसा स्थित नवनिर्मित राजकीय तकमील उत्तिब कालेज एवं चिकित्सालय, लखनऊ के 100 शैय्यायुक्त नवीन चिकित्सालय भवन का लोकार्पण तथा प्रदेश के आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माताओं को औषधि निर्माण का लाइसेंस दिये जाने हेतु आनलाइन एप का शुभारम्भ के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यूनानी पद्धति के माध्यम से हम आम जनता को बेहतर इलाज उपलब्ध करा सकते है।
आयुष राज्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में आयुष विभाग आम जनमानस को बेहतर इलाज व सुविधाऐं मुहैय्या करा रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष विभाग द्वारा प्रकाशित कैलेण्डर जन-जन तक पहुंचे, जिससे आम जनमानस यूनानी विधा की तरफ उन्मुख हो। उन्होंने कहा कि आुयष डाक्टर यदि सच्चे दिल से गरीबों का इलाज करेंगे तो भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आयेगी। उन्होंने यूनानी व आयुर्वेद विधा के डाक्टरों से अपेक्षा की है कि वे ऐसी दवा ईजाद करे जिससे आम जनमानस बीमारियों से बचा रह सके।
सचिव, आयुष श्री मुकेश मेश्राम ने कहा कि प्रदेश के आयुर्वेदिक एवं यूनानी औषधि निर्माताओं को औषधि निर्माण लाइसेन्स दिये जाने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि आगामी अक्टूबर माह में आयुष मेले का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सभी विधाओं के डाक्टरों को सम्मानित किया जायेगा।
इस अवसर पर निदेशक यूनानी निदेशक, होम्योपैथ, निदेशक आयुर्वेद तथा छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।