मौजूदा प्रदेश सरकार में दलित वोट बैंक को साधने के लिए बीजेपी के विधायक और मंत्री दलितों के प्रेम में प्रेमातुर हो गये हैं और उनमंे दलितों के घर खाना खाने की होड़ लग गयी है अभी हाल में ही अलीगढ़ में मंत्री जी अपने साथियों सहित दलित के घर खाना खाने पहुंच जाते हैं खाना बाहर से मंगवाया जाता है जिसकी जानकारी मेजबान दलित को भी नहीं हेा पाती है। यह सरासर दलितों का और दलितों की गरीबी का अपमान करने जैसा है और भाजपा की घोर दलित विरोधी मानसिकता केा दर्शाता है। वैसे भी दलित समाज का विकास बीजेपी सरकार में शून्य के बराबर हुआ है और यह शोषित पीडि़त समाज अभावग्रस्त जीवन यापन कर रहा है। महिलाएं बच्चे सुरक्षित नहीं है।
उ0प्र0 कंाग्रेस अनुसूचित जाति विभाग की उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी सिद्धि श्री ने कहा कि एक तरफ मध्य प्रदेश में धार जिले में सिपाही भर्ती के दौरान एससी/एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों के सीने पर उनकी जाति का ठप्पा लगाकर अपनी दलित मानसिकता को उजागर किया है वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री दलितों केा अपने घर पर बुलाकर भेाजन बनवाकर खिलाने की तथा जूठे बरतन खुद के लोगों से उठवाने की बात कर दलितों के प्रति पाखण्ड और स्वार्थपूर्ण रवैया अपनाकर दलितों का मजाक बनाकर अपना ही प्रचार-प्रसार कर रही हैं।
श्रीमती सिद्धि श्री ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार में दलितों को पुलिस भर्ती के दौरान मेडिकल चेकअप के समय उनके सीने पर उनकी जाति अंकित कर मध्य प्रदेश की पुलिस द्वारा जो भेदभावपूर्ण अमानवीय कृत्य किया गया है जो दलित समाज की भावनाओं को आहत करता है। ऐसे अधिकारियांे के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जाय। अनु0जाति विभाग ऐसे अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग करती है। इसके विरोध में आगामी 7 मई को अनु0जाति विभाग के चेयरमैन श्री भगवती प्रसाद चौधरी पूर्व विधायक के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन लखनऊ के जीपीओ पार्क स्थित गांधी प्रतिमा पर किया जायेगा। जिसमें अनुसूचित जाति विभाग एवं सभी कांग्रेसजन उपस्थित रहेंगे। इसके उपरान्त महामहिम राष्ट्रपति महोदय को एक ज्ञापन महामहिम राज्यपाल के माध्यम से दिया जायेगा। इस ज्ञापन में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट अत्याचार अधिनियम 1989 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की जायेगी।