उत्तर प्रदेश में आये भीषण आंधी-तूफान, बारिश में पैंतालीस से अधिक लोगों की असमय मृत्यु हो गयी। किसानों की फसल बर्बाद हो गयी। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, चारों तरफ अराजकता फैली हुई है और अपनी खुद की संसदीय सीट तक न बचा पाने वाले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी कर्नाटक में पार्टी का प्रचार करने में व्यस्त हैं। भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश की जनता से कोई सरोकार नहीं रह गया है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने आज जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री ओम प्रकाश राजभर लगातार मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ से आर-पार की चुनौती दे रहे हैं। इसके पूर्व भाजपा के चार-चार सांसद मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए प्रधानमंत्री केा पत्र लिख चुके हैं। इनके कई विधायक प्रदेश में ठप हो चुके विकास को लेकर आक्रोश जता चुके हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है। किसी भी चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार में सभी की सामूहिक जिम्मेदारी होती है ऐसे में मुख्यमंत्री के प्रति जिस प्रकार मंत्री, विधायक और सांसद उंगली उठा रहे हैं और अक्षमता का आरोप लगा रहे हैं ऐसे में मुख्यमंत्री जी को स्वयं अपने बारे में निर्णय लेना चाहिए।
प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा दलितों के घर भोजन करना महज एक नाटक साबित हो चुका है क्योंकि भाजपा के मंत्री होटल से खाना मंगवाकर दलित के घर खा रहे हैं और इनके केन्द्रीय मंत्री श्री रामविलास पासवान दलितों को वोट बैंक मानते हुए इनके वोटों को लेने के लिए उनके घर खाना खाने को आवश्यकता बता रहे हैं, वहीं भाजपा की बहराइच की दलित सांसद दलितों के घर भोजन करने को नाटक बता रही हैं। इससे साफ हो गया है कि भाजपा का दलितों के घर भोजन करना दलितों से प्रेम नहीं बल्कि वोट लेने के लिए महज एक ढोंग है।