समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं में सुश्री नेहा यादव, सुश्री शुभांगी भारत, श्री विवेक कुमार, प्रवीन पंकज यादव, सुश्री रमा और पवन यादव ने भेंटकर समस्त केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में एक समान नियम लागू करने के सम्बंध में ज्ञापन दिया और पूर्व मुख्यमंत्री जी को बताया कि इन दिनों विश्वविद्यालय में भाजपा के छात्र संगठन भाजयुमो द्वारा किस तरह विपक्षियों पर उत्पीड़न की कार्यवाहियां की जा रही हैं।
छात्र समस्याओं पर चर्चा के दौरान श्री अखिलेश यादव ने कहा कि नई पीढ़ी के भविष्य को अंधेरे में धकेला जा रहा है। भाजपा नहीं चाहती है कि लोग शिक्षित और सम्पन्न हों। बातें ‘डिजिटल इण्डिया‘, ‘स्टैंड अप इण्डिया,‘ ‘मेक इन इण्डिया‘ की तो खूब होती हैं लेकिन इनका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। भाजपा ऐसा सपना दिखाती है जो कभी साकार नहीं हो सकता है।
श्री यादव ने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा ने नौजवानों को 2 करोड़ नौकरियों को सब्जबाग दिखाया था। लेकिन चार साल बीत रहे हैं रोजगार का कहीं पता नहीं है, नौजवान सड़क पर मारा-मारा फिर रहा है। रोजगार बड़ी समस्या है। करोड़ों नौजवानों के लिए राष्ट्र निर्माण में अवसर मिले बगैर राष्ट्रवाद क्या अर्थ रखता है? भाजपा का यह खोखला नारा भर है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज भाजपा की नीतियों से लोकतंत्र पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनावों पर ईवीएम को लेकर संदेह है। बैलट पेपर से चुनाव की मांग उठ रही है। उन्होंने कहा कि जमाना इतना आगे बढ़ गया है कि अब सूचना को कोई रोक नहीं सकता है। कोई किसी को धोखे में नहीं रख सकता है। भाजपा लाख कोशिश करे लेकिन युवा पीढ़ी को धोखा नहीं दे सकती।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश की तरक्की के लिए बुनियादी ढांचा पूरा होना चाहिए। नई पीढ़ी की प्रगति नई व्यवस्था में ही दिखाई देगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव सन् 2019 और विधानसभा चुनाव सन् 2022 युवा पीढ़ी के भविष्य को प्रभावित करेगा।
श्री विवेक कुमार यादव ने बताया कि आज जहां बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय स्थापित है उसके लिए सीर गोवर्धनपुर की 764 एकड़ जमीन उनके पूर्वजों ने दी थी। वे जब विश्वविद्यालय गेट पर समाजवादी छात्रसभा का सदस्यता अभियान चला रहे थे, उन पर फर्जी मुकदमा लगाकर जेल भेज दिया गया। भाजपा वालों का कहना है कि विश्वविद्यालय तो अब भगवा ही रहेगा।
श्री अखिलेश यादव जी को दिए गए ज्ञापन में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने मांग की है कि केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में एक समान नियम एवं अधिकार लागू किए जाए। फीस बढ़ोŸारी को कम किया जाए, हास्टल सीट बढ़ाई जाए, छात्र संघ चुनाव हों, सभी विश्वविद्यालयों में एक समान सिलेबस सिस्टम लागू हो, विभिन्न विभागों में खाली पदों पर भर्ती की जाए, महिला हिंसा और बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून बने और साम्प्रदायिक दंगों को खत्म किया जाए।