सुरेंद्र अग्निहोत्री ‘लखनऊः। प्रख्यात रामकथा मर्मज्ञ जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने छह दिसंबर 2018 के पहले राममंदिर बनकर तैयार होने की भविष्यवाणी की। आज फैजाबाद में पत्रकारों से मुखातिब जगद्गुरु ने कहा कि यदि ठीक से रामकथा सुनाई जाए तो जीवन जरूर धन्य होता है। मेरे बाबा ने मुझे सुनाया था। उन्हीं की अनुकंपा और भगवान की कृपा तथा अवध की माटी के आशीर्वाद ने मुझे यहां तक पहुंचाया है। रामभद्राचार्य ने कहा छह दिसंबर 2018 के पहले अयोध्या में भव्य राममंदिर बनकर तैयार होगा। समय की प्रतीक्षा करें, सब कुछ ठीक हो जाएगा। राम मंदिर निर्माण के समाधान का फार्मूला तैयार हो चुका है। यदि सर्वोच्च न्यायालय निर्णय नहीं देता है, तब संसद में कानून पारित करा मंदिर निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने दावा भी किया कि सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्र के सेवानिवृत्त होने से पहले मंदिर-मस्जिद विवाद का निर्णय हो जाएगा। रामभद्राचार्य ने कहा कि वर्ष 1984 से राममंदिर के लिए आंदोलन हम लोगों ने चलाया और अब श्रीश्री रविशंकर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। झूठी वाह-वाही लेने का काम कर रहे हैं। अवध बहुत अच्छा है। यह त्रिभुवन विदित है। इसी अवध की धरती पर कथा के तीन रूपों में सर्वाधिक श्रवण प्रिय रूप सामने आया। दरअसल कथा तीन प्रकार की होती है। आप कथा, बाप कथा तथा हरिकथा। प्रख्यात रामकथा मर्मज्ञ जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य रामकथा का वह दिन मेरे लिए धन्य होगा, जब भारत के छह लाख 40 हजार गांव में रामकथा सुना दूंगा। केंद्र सरकार की ओर से गंगा को निर्मल करने के लिए चलाई गई नमामि गंगे योजना की धीमी गति पर पर बोले निश्चित ही गंगा स्वच्छ हो जाएंगी, पहले से सुधार हुआ है। अवध क्षेत्र से होकर गुजरने वाली तमसा नदी की बदहाल रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह नदी भी धार्मिक आस्था से जुड़ी है। इसके लिए मेरी ओर से प्रस्ताव जल संसाधन मंत्रालय को भेजा जाएगा और तमसा नदी का कायाकल्प होगा। इस मौके पर रामकथा आयोजक मिल्कीपुर भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा एवं राघव चरणानुरागी हरिओम तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।