लखनऊ 05 अप्रैल, 2018
प्रदेश के विभिन्न विभागों द्वारा भ्रष्टाचार रोकने हेतु सतर्कता के कार्यों के क्रियान्वयन हेतु की जा रही कार्यवाही और मासिक स्तर पर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्णय लेते हुए इसका क्रियान्वयन करने तथा राज्य सतर्कता आयोग के कार्य को और प्रभावी तथा व्यापक बनाए जाने हेतु तार्किक एवं समयबद्ध कार्यवाही करने हेतु मा0 अध्यक्ष सतर्कता आयोग श्री देवेन्द्र चैधरी ने निर्देश दिये। राज्य सतर्कता आयोग के कार्य एवं गतिविधियों को प्रभावी बनाएं रखने हेतु नियमित रूप से प्रत्येक माह के द्वितीय मंगलवार को पूर्ण आयोग की बैठक किए जाने हेतु जनहित तथा प्रशासनिक हितार्थ आयोग की कार्य प्रणाली को सुदृढ़ एवं व्यापक बनाने के लिए विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह भी विचार किया गया कि राज्य सतर्कता आयोग की कार्य प्रणाली को केन्द्रीय सतर्कता आयोग की भांति सुदृढ़ एवं प्रभावी बनाया जायेगा।
यह बैठक मा0 अध्यक्ष सतर्कता आयोग श्री देवेन्द्र चैधरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। पूर्ण आयोग की बैठक में उत्तर प्रदेश शासन के विभिन्न 14 विभागों यथा राजस्व, गृह, स्वास्थ्य, परिवहन, माध्यमिक शिक्षा, ऊर्जा, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, वाणिज्य कर, बेसिक शिक्षा, तकनीकि शिक्षा, आबकारी, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, सेतु निगम, राज्य निर्माण विभागों के शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली बार बैठक की गयी जिसमें सतर्कता कार्य में की गई प्रगति की समीक्षा करते हुए बल दिया गया कि एक पक्ष से सभी विभाग अपने-अपने विभागों की सतर्कता जांच की रूपरेखा एवं क्रियान्वयन की कार्य योजना से आयोग को अवगत कराएंगे तथा मासिक स्तर पर भ्रष्टाचार के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायत की गयी जांच कार्यवाही एवं अभियोजन आदि के सम्बन्ध में विस्तृत विवरण उपलब्ध करवायेंगे। बैठक में विभागों को सतर्कता अधिकारी भी नामित करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में मा0 सदस्य श्री प्रदीप कुमार कंसल अध्यक्ष-3 एवं सदस्य प्रशासनाधिकरण-1 श्री रमेश तिवारी सदस्य प्रशासनाधिकरण-2 व 3 एवं मा0 सदस्य एवं निदेशक सतर्कता अधिष्ठान श्री हितेश चन्द्र अवस्थी ने सतर्कता आयोग के सुदृढ़ीकरण एवं कार्यों के विषय में आवश्यक सुझाव दिये। बैठक में सचिव श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।