प्रदेश को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने हेतु बारा एवं मेजा परियोजनाओं का भी किया निरीक्षण।
युद्धस्तर पर कार्य पूर्ण कर सभी यूनिटों को निर्धारित समय से चालू करने के लिए दिये निर्देश
लखनऊ, 4 अप्रैल 2018। प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेषन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने इलाहाबाद के सर्किट हाउस में बैठक कर कुम्भ मेले में विद्युत व्यवस्था के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। साथ ही उन्होने बारा एवं मेजा विद्युत परियोजनाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कुम्भ मेले के लिये षासन द्वारा स्वीकृत सब स्टेषनों, लाइनों के निर्माण एवं क्षमतावृद्धि आदि का कार्य युद्धस्तर पर करके समय से पूर्ण करने के निर्देष दिये। मेजा एवं बारा परियोजनाओं से जो विद्युत प्रदेष को प्राप्त होगी वह अनेक विद्युत परियोजना से सस्ती होगी। प्रमुख सचिव ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि मेजा एवं बारा परियोजनाओं से प्रदेष को सस्ती बिजली शीघ्र प्राप्त हो।
कुम्भ मेले से सम्बन्धित कार्यों को समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव ने निर्देशित किया कि विद्युत से सम्बन्धित सभी कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये। सभी अस्थायी खण्ड 20 अप्रैल तक संचालित हो जाये। माघ मेले में एल0ई0डी0 लाइटों का अनुभव अच्छा रहा है इसलिये कुम्भ में भी एल0ई0डी0 लाइटों का ही अधिकत प्रयोग किया जाये।
उन्होंने शासन से अनुमोदित 14 कार्यों को जिनकी लागत लगभग 34 करोड़ रूपया है, को सितम्बर, 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसमें तीन कार्य पूर्ण भी हो गये हैं। इसी तरह विद्युत वितरण निगम द्वारा 129.26 करोड़ की लागत से 32 कार्य कराये जा रहे हैं इन सभी कार्यों को भी उन्होंने युद्धस्तर पर करके मई 18 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। कार्यों में 12 कार्य पूर्ण भी हो गये है पारेषण निगम द्वारा 9 कार्य लगभग 20ः21 करोड़ के कराये जा रहे हैं।
मेजा तापीय परियोजना एन0टी0पी0सी0 एवं उत्पादन निगम का संयुक्त उपक्रम है। 2ग्660 मेगावाट की इस परियोजना में 916 मेगावाट उ0प्र0 का शेयर है। प्रमुख सचिव ऊर्जा ने आज मेजा परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होेेंने परियोजना के शेष कार्याें का युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि वरिष्ठ अधिकारी प्रत्येक सप्ताह प्रगति रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। प्रमुख सचिव ने कोयला ढुलाई हेतु रेल लाइनों आदि में विलम्ब हेतु रेलवे से समन्वय स्थापित कर दो महीने में कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसकी पहली यूनिट तैयार है। दूसरी यूनिट मई 2019 तक आयेगी। यहां से प्राप्त विद्युत तुलनात्मक दृष्टि से सस्ती है।
प्रमुख सचिव ने बारा परियोजना का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने परियोजना की तीनों यूनिटें मई, 2018 से चलाने के निर्देश दिये। यह परियोजना 3ग्3360 मेगावाट की है। जिसमें तीनों यूनिटें तैयार हंै, तथा दो यूनिटें उत्पादन दे रही हैं। इस परियोजना में कोयले की कमी के कारण पिछले वर्ष मात्र 40 प्रतिशत पी0एल0एफ0 आया था। मार्च 2018 में उ0प्र0 पावर कारपोरेशन ने बकाये का भुगतान कर दिया है। कोयले के स्टाॅक में सुधार हो रहा है। जुलाई तक रेल ओवर ब्रिज का कार्य पूर्ण होने पर कोयला ढुलान और अच्छा होगा। इस परियोजना में उ0प्र0 का हिस्सा 1605 मेगावाट है। ललितपुर परियोजना से लगभग 4.83 रूपये प्रति यूनिट विद्युत प्राप्त होती है जबकि बारा में 3.65 तथा मेजा में 3.76 रूपये प्रति यूनिट विद्युत प्राप्त होगी।
प्रमुख सचिव, ऊर्जा द्वारा कुम्भ मेला वर्श 2019 के अन्तर्गत षासन द्वारा स्वीकृत (33/11) के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र बक्षीबांध से दारागंज विद्युत उपकेन्द्र तक 33 के0वी0 लिंक लाइन के निर्माण, 132 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र तेलियरगंज से विद्युत उपकेन्द्र मिन्टोपार्क के बीच 132 के0वी0 लिंक लाइन के निर्माण, 400 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र रींवा रोड से 220 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र रींवा रोड के डबल सर्किट चालक को एच0टी0एल0एस0 चालक से बदलने का कार्य, नगर क्षेत्र में सड़क के किनारे प्लिंथ पर स्थापित वितरण परिवर्तकों को डबल पोल पर स्थानान्तरित करने का कार्य, 132 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र झंूसी की क्षमतावृद्धि, पेषवाई मार्ग पर स्थित खुले तार की एल0टी0 लाइन को ए0बी0सी0 से बदलने का कार्य, मेला हेतु स्टोर भवन के निर्माण, पंचकोषी परिक्रमा मार्ग पर स्थित षिव मंदिरों के विद्युतीकरण का कार्य इत्यादि) के साथ-साथ आई0पी0डी0एस0 तथा आर0ई0सी0 योजनाओं के अन्तर्गत कुम्भ मेला हेतु कराये जा रहे सहायक कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गयी। उन्होंने इन कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये।
समीक्षा के अन्तर्गत प्रमुख सचिव, ऊर्जा द्वारा 33 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र बक्षीबांध से दारागंज तक निर्माणाधीन 33 के0वी0 लिंक लाइन एवं 132 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र तेलियर गंज से विद्युत उपकेन्द्र मिन्टोपार्क के बीच निर्माणधीन 12 के0वी0 लिंक लाइन के निर्माण कार्य की प्र्रगति पर चार्ट के अनुरूप इस माह में प्राप्त करने हेतु सम्बन्धित को निर्देषित किया तथा सहायक कार्यों में निवनिर्मित 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्रों को पोशित करने वाले 33 के0वी0 लाइनों का निर्माण एन0एच0ए0आई0/सी0ओ0डी0/आवास-विकास से षीघ्र एन0ओ0सी0 प्राप्त कर पूर्ण करने हेतु निर्देषित किया।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव, ऊर्जा के साथ निदेषक (वितरण) एवं मुख्य अभियन्ता (सी0एम0यू0डी0), श्री जी0पी0 वर्मा, मुख्य अभियन्ता (पारेशण), श्री अष्वनी कुमार श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता (वितरण) तथा अधीक्षण अभियन्ता (पारेशण) एवं अधीक्षण अभियन्ता (वितरण) द्वारा प्रतिभाग किया गया।