-सपा बताए, आजम खां कहां बनेगें मुख्यअतिथि
लखनऊ 04 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी के बाबा साहब डाॅ. भीमराव रामजी आम्बेडकर के जन्मदिन को जोर-शोर से मनाने के फैसले को ढोंग बताया। श्री राकेश त्रिपाठी ने कहा सपा ने हालिया ही बसपा के हाथी को साथी बनाया है और दलित चिन्ता सताने लगी है। जबकि उत्तर प्रदेश की जनता भूली नहीं है कि वर्ष 2012 में अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण के दिन ही प्रदेश भर में दलित बस्तियों पर हमले-आगजनी की घटनाएं हुई थी। अल्पसंख्यक तुष्टिकरण में डूबी सपा के अखिलेश राज में दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार की घटनाए हुई थी। कानून व्यवस्था के बिगड़ने का सबसे प्रतिकूल प्रभाव दलितों और गरीबों पर ही पड़ता है। भूमाफियाओं ने दलितों की जमीनों पर कब्जा किया था। तब बाबा साहब की याद सपा को कभी नहीं आई।
श्री त्रिपाठी ने सपा से प्रश्न पूछा कि सपा बताए कि 14 अप्रैल को सपा के किस कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता आजम खान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। श्री त्रिपाठी ने कहा कि काबीना मंत्री रहते आजम खान ने सार्वजनिक मंचों से कहा था कि डाॅ. आम्बेडकर की मूर्तिया लगाकर जमीनें कब्जाई जाती हैं। आजम खान ने डाॅ. आम्बेडकर को भूमाफिया बताया था। डाॅ. आम्बेडकर के प्रति इतनी अपमानजनक टिप्पणी करने वाले आजम खान की भत्र्सना भी सपा मुखिया ने कभी नहीं की। बाबा साहब आम्बेडर का सम्मान न कांग्रेस ने किया और न ही सपा ने। बसपा ने भी बाबा साहब के नाम का उपयोग कर दलितों को बरगलाने का प्रयास किया।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि डाॅ. आम्बेडकर के जीवन से जुडे पांच स्थानों को पंचतीर्थ घोषित कर उन्हें सच्ची श्रद्धाजंलि भाजपा ने ही दी है। उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों में बाबा साहब की तस्वीर अनिवार्य करने का आदेश भी योगी सरकार ने दिया। उत्तर प्रदेश में लगभग आठ लाख प्रधानमंत्री ग्रामीण आवासों में सर्वाधिक लाभार्थी अनुसूचित जातिवर्ग से हैं। उज्जवला योजना के लगभग 60 लाख लाभार्थियों में भी सबसे बड़ी संख्या दलित-वंचित समाज की है। जिनके घर शौचालयों का निर्माण सरकार ने कराया है उसमें भी सबसे बडी संख्या दलित वर्ग की है। उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था से दलित उत्पीड़न की घटनाओं में गिरावट आई है।
श्री त्रिपाठी ने कहा केन्द्र सरकार की स्टैण्ड अप योजना से बैंक की हर शाखा से एक ऋण अनुसूचित जाति वर्ग को अनिवार्य कराकर आत्मनिर्भरता की दशा में परिवर्तनकारी कदम उठाया है, जिसका लाभ लेकर बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के लोग आत्मनिर्भर हुए है। भाजपा हर वर्ष बाबा साहब की जयन्ती और परिनिर्वाण दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करती है। इस वर्ष भी 14 अप्रैल से 5 मई तक भारत सरकार ‘ग्राम-स्वराज अभियान‘ आयोजित कर रही है जिसके तहत पूरे भारत में ग्राम विकास, गरीब कल्याण और सामाजिक न्याय पर अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। भाजपा भी इन कार्यक्रमों में सहयोग कर बाबा साहब के संदेशों को जनमानस तक पहुॅचाएगी।