प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं
- देश विरोधी व दलित हितों के विरुद्ध कार्य करने वाले बसपा, सपा, कांग्रेस को प्रदेश की जनता जवाब देगी।
- अनुसूचित जाति व जनजाति में आ रही जागरूकता से सपा, बसपा व कांग्रेस में बेचैनी, सत्ता में वापसी असंभव देखकर हिंसा करने वाले देशद्रोहियों से मिलकर दलितों को कर रहे बदनाम
- भाजपा दलितों को आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक रूप से मजबूत बनाकर दलितों के सम्मान व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- 87 प्रतिशत विधायक व आधे से ज्यादा दलित सांसद भाजपा से
लखनऊ 02 अप्रैल 2018, भारतीय जनता पार्टी ने आज भारत बन्द के दौरान पूरे प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं की कड़े शब्दों में निन्दा की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भारत बन्द के नाम पर घोर अराजकता के कृत्य से प्रदेश की जनता स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन की घोषणा के पश्चात आज प्रदेश को अराजकता व हिंसा में झोकने का काम हुआ उससे विरोधी दलों के नेतृत्व का हिंसा व अराजकता की आम में प्रदेश का जनता को झोंकने वाला चेहरा साफ हो गया है।
डा0 पाण्डेय ने आरोप लगाया कि विरोधी दल के लोगों का देश की न्याय व्यवस्था के प्रति अराजक प्रदर्शन देश की व्यवस्था को तोड़ने वाली ताकतों की कुत्सित, घिनौना व वीमत्स प्रयास है।
डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि आज देश का दलित, गरीब, पिछड़ा विकास की मुख्य धारा में शामिल होकर भारत के भविष्य निर्माण की ओर बढ़ रहा है। अनुसूचित जाति व जनजाति की जागरूकता के कारण अब तक सपा, बसपा व कांग्रेस की वोट बैंक के लिए कोरे वादे व झूठे नारे देकर धोखा देने की राजनीति नाकाम हो रही है और इन दलों की सत्ता में वापसी असंभव होती जा रही है। इसलिए ये दल दलितों का नाम बदनाम करते हुए देश में अराजकता फैलाने के कुचक्र में जुट गए हैं। इन दलों का कृत्य देशद्रोह व दलितों के साथ अन्याय है।
डॉ. पांडेय ने कहा कि बाबा साहब भीमराव रामजी आंबेडकर को भारत दिलाने के लिए लड़ाई लडने की बात रही हो अथवा अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को संसद व विधानसभाओं में स्थान दिलाने की बात रही हो, भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है, जिसने सदा दलितों व पिछड़ो की लड़ाई लड़ी है। भाजपा ही दलितों की हितैषी है, इसका प्रमाण इससे मिलता है कि संसद में आधे से ज्यादा दलित सांसद भाजपा के हैं। अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए आरक्षित 131 लोकसभा सीटों में से 66 सांसद दलित वर्ग से भाजपा के हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश विधानसभा में 87 प्रतिशत दलित वर्ग विधायक भाजपा के हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए आरक्षित 85 सीटों में से 74 विधायक भाजपा व उसके सहयोगी दलों के हैं। आज देश के सर्वोच्च पद पर राष्ट्रपति के रूप में दलित समुदाय से आने वाले आदरणीय रामनाथ कोविंद सुशोभित है। भाजपा ने मुद्रा योजना, अटल पेेंशन योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अनेक योजनाओं में दलित लाभार्थियों की संख्या सबसे अधिक सुनिश्चित की गई है।
डॉ. पांडेय ने कहा कि भाजपा सपा, बसपा, कांगे्रस व विपक्ष के अन्य दलों की तरह दलितों को अधिकार विहीन, अशिक्षित व गरीब बनाकर वोट बैंक की तरह प्रयोग नहीं करती, बल्कि भाजपा दलितों को आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक रूप से मजबूत बनाती है। उच्चतम न्यायालय द्वारा एससी-एसटी अधिनियम के संबंध में पारित किए गए आदेश पर पुनरीक्षण याचिका दायर कर दलितों के सम्मान व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सपा, बसपा व अन्य कई दल दलितों को आगे बढने से रोकने के लिए हिंसा फैलाने और देश को बांटने का काम करने वालों का साथ दे रही हैं। देश विरोधी व दलित हितों के विरुद्ध कार्य करने वाले बसपा, सपा, कांग्रेस को दलित ही जवाब देंगे।