महाराजा सुहेल देव से जुड़ी निशानियों को पयर्टन
स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा
महाराजा सुहेल देव के नाम से स्थापित होगा विशाल संग्रहालय
चित्तौरा झील का सौन्दर्यीकरण एवं विकास किया जायेगा
-मंत्री श्री अनिल राजभर
वर्तमान केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की मंशा है कि देश व धर्म की रक्षा करने वाले महापुरूषों के सम्मान को बड़े पैमाने पर स्थापित करने के लिए उनसे जुड़े स्थलों एवं स्मृतियों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए ताकि आने वाली पीढ़ी उन्हें भुला न सके। यह बातें प्रदेश के होमगार्ड्स, पूर्व सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण, प्रान्तीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अनिल राजभर ने आज बहराइच स्थित चित्तौरा झील तट के निरीक्षण के दौरान कही।
श्री राजभर ने कहा कि जनपद बहराइच में महावीर शौर्यवीर महाराजा सुहेल देव से जुड़ी जितनी भी निशानियाॅ हैं, उन्हें पयर्टन स्थल के रूप में विकसित करने, उनके नाम से शौर्य स्थल तथा विशाल संग्रहालय का निर्माण कराये जाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्थल को न्यायोचित सम्मान दिलाये जाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, महाराजा सुहेल देव के नाम से संचालित संगठनों के साथ-साथ जनपद के अन्य सामाजिक संगठनों से भी इस स्थल को भव्यता के साथ विकसित करने के सम्बन्ध में सुझाव प्राप्त किये जायेंगे।
राज्यमंत्री श्री राजभर ने कहा कि इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने के उद्देश्य से चित्तौरा झील का सौन्दर्यीकरण, आवागमन के रास्तों के साथ साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जायेगा ताकि आने वाली पीढ़ी महाराजा सुहेल देव के बारे में जान सके। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यहाॅ पर एक वृहद स्वरूप सभी को देखने को मिलेगा।
श्री अनिल राजभर ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की मंशानुरूप कार्य करें, जिससे प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल सके।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर एस.पी. शुक्ला, जिला कमाण्डेन्ट होमगार्ड्स सुभाष पटेल,सहित अन्य गणमान्य लोग व अन्य संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।