चित्रकूट- हैरान मत होइए ! अंबेडकर गांव में लाखों की लागत से बनी यह टंकी अभी अपना एक साल भी पूरा नहीं कर पाई है और इसमें दरार आ गई है। जबकि विभाग का दावा है कि इस टंकी से लगभग 752 ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराया जाता है। यदि सम्बंधित विभाग द्वारा इसी तरह लोगो को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जाती रही तो ग्रामीणों को तो पानी मिलने से रहा लेकिन इतना जरूर है कि सरकार का धन अवश्य पानी में जाता रहेगा।
यह हम नहीं कह रहे हैं। विकास खण्ड कर्वी अन्तर्गत अंबेडकर गांव बनवारीपुर निवासी छेदीलाल, गुड्डू, दिनेश, जागेश्वर सहित अन्य ग्रामीण बता रहे हैं कि गांव के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश जल निगम की जिला इकाई ने ए.सी.पी कार्यक्रम के तहत बनवारीपुर पेयजल योजना के तहत इस टंकी का निर्माण सन2008-09 में करवाया था। इसके समीप ही विभाग द्वारा लगवाया गया बोर्ड स्वयं यह बता रहा है कि इस टंकी का निर्माण में लाखों रुपये खर्च हुए हैं।
11मी. ऊंची बनी इस टंकी की क्षमता लगभग 40 किलोलीटर पानी की है। और साथ ही इसको भरने के लिए इसके समीप एक नलकूप भी बनवाया गया है। इतना ही नहीं ग्रामीणों को पानी सप्लाई करने के लिए पाइप लाइन बिछा कर दिखावटी नल भी लगा दिए गए है। जबकि इन नालों में टोंटी नहीं लगाई गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां नियुक्त कर्मचारी भी अपनी मनमानी करता है और अधिकतर पंप हाउस के कमरों में ताला डाल गायब हो जाता है। जिसके चलते टंकी से पानी कभी कभार ही पानी सप्लाई होता है। इसके अलावा लाखों की लागत से बनी इस टंकी के निर्माण में शासकीय मानको का कितना ध्यान रखा गया है यह भी देखिए टंकी बने हुए एक साल भी नहीं पूरा हुआ है कि विभाग के दावों अनुसार गुणवत्तापूर्ण बनवाई गई इस टंकी में जगह-जगह दरार आ गई है और यदि इसमें पानी भर दिया जाता है तो यह टपकने भी लगती है। इसके अतिरिक्त इसकी फर्श भी इतनी मजबूत है कि जगह-जगह से उखड़ गई है।
इतना ही नहीं ग्रामीण यह भी बताते हैं कि उनके गांव के मजरे के लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए सम्बंधित विभाग द्वारा दो हैण्डपंप लगवाए गए। जिनमें से एक तो कई महीनों से खराब है जिसके रिबोर के लिए कई बार सम्बंधित लोगों से कहा गया लेकिन हैण्डपंप ठीक नहीं हुआ। जबकि दूसरा हैण्डपंप लगाने के लिए बोर तो कर पाइप लगा कर मुंह बन्द कर दिया गया है। ग्रामीणों को चिन्ता सता रही है कि यदि अभी यह हाल है तो मई जून की भीषण गर्मी में उन्हें किस तरह पानी मिलेगा। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से उत्तर प्रदेश जलनिगम के द्वारा बनवाई गई टंकी की जांच करवाते हुए सम्बंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
नरेन्द्र मिश्रा